इतिहास में आजः 10 अगस्त
९ अगस्त २०१३लू्व्र संग्रहालय को एक दिन में देख पाना नामुमकिन है. हर साल करीब एक करोड़ दर्शक फ्रांस की राजधानी पैरिस में लूव्र देखने आते हैं. इस संग्रहालय का खास आकर्षण है मोनालीसा की तस्वीर जो लियोनार्डो डा विंची ने 16वीं शताब्दी में बनाई थी. लूव्र को संग्रहालयों का संग्रहालय कहा जाता है और पश्चिमी देशों की कला के बारे में सबसे ज्यादा जानकारी यहीं है.
लूव्र वास्तव में एक महल था जिसका निर्माण 12वीं शताब्दी में शुरू हुआ. उस वक्त यह एक दुर्ग था. इसमें फिर कमरे बनाए गए और 17वीं शताब्दी तक इमारत ने बड़े से महल का आकार ले लिया.
पहले तो आए दिन यहां से तस्वीरें चोरी हो जाती थीं. यहां तक कि मोनालीसा को भी किसी ने संग्रहालय से चुरा लिया था. फिर लूव्र के सामने शीशे का एक बड़ा पिरामिड बनाया गया जो अब इस संग्रहालय की पहचान बन गया है. इसके अलावा यहां मिस्र, ग्रीक और इस्लामी संस्कृति की बहुत सारी वस्तुएं प्रदर्शनी में लगाई गई हैं.