अपने ही देश में समुद्री तटों पर नहीं जा पाते क्यूबा के लोग
२२ जुलाई २०१९क्यूबा का संविधान अपने देश के लोगों को समुद्र तटों तक जाने की इजाजत देता है, लेकिन कई स्थानीय लोग द्वीप की सफेद रेत और साफ पानी का आनंद नहीं ले पाते हैं. वहीं विदेशी पर्यटक काफी संख्या में वारादेरो जैसे देश के खूबसूरत तटों पहुंचते हैं. अमेरिकन ट्रैवल वेबसाइट ट्रिपएडवाइजर ने इस साल वारादेरो को दुनिया के दूसरे सबसे खूबसूरत समुद्रतट का खिताब दिया है. ऐसी जगहों पर शायद ही क्यूबा के लोग दिखाई देते हैं.
राजधानी हवाना के पूर्व में स्थित एक समुद्र तट है गुआनाबो. तट पर मस्ती कर रहे 43 वर्षीय स्थानीय निवासी रे गोंजालेस कहते हैं, "यहां ज्यादा पर्यटक नहीं आते हैं. वारादेरो की तुलना में गुआनाबो की न तो रेत उतनी सफेद है और न हीं पानी उतना साफ है." लेकिन यह गोंजालेस के लिए बड़ी बात नहीं है. वे कहते हैं, "मेरे लिए सभी समुद्री तट एक जैसे हैं. जब आप तैर रहे होते हैं तो आपको कोई फर्क दिखाई नहीं पड़ता है." वहीं तट पर मौजूद एक अन्य स्थानीय पर्यटक कहते हैं, "हम समुद्र तट को पसंद करते हैं, चाहे वह साफ हो या गंदा. हालांकि वारादेरो तट का एक अलग ही स्तर है. क्यूबा के सभी लोग वहां जाना पसंद करेंगे."
राजनीतिक मुद्दा है क्यूबा का समुद्री तट
कम्युनिस्ट क्यूबा में अन्य सब चीजों की तरह समुद्र तट भी एक राजनीतिक मुद्दा है. पर्यटन विशेषज्ञ खोजे लुईस पेरेलो कहते हैं, "क्यूबा में सिर्फ क्यूबन समुद्री तट हैं, जो देश की विरासत का हिस्सा हैं." वे संविधान के अनुच्छेद 23 का संदर्भ देते हैं, जिसमें कहा गया है कि देश के 271 समुद्र तट "देश के सभी लोगों की संपत्ति हैं." 1959 में फिदेल कास्त्रो के नेतृत्व वाली कम्युनिस्ट क्रांति के बाद से यह ऐसा है. इससे पहले समुद्री तटों पर निजी क्षेत्र का कब्जा था, जहां सिर्फ समृद्ध गोरों को जाने की इजाजत थी. यहां तक कि क्यूबा पर 1940 से 1944 तक और फिर 1955 से 1959 तक दो बार शासन करने वाले पूर्व तानाशाह फुलजेन्सियो बतिस्ता भी समुद्री तट पर जाने के लिए क्लब की सदस्यता पाने में असमर्थ रहे क्योंकि वह मिश्रित नस्ल के थे.
1959 की क्रांति के बाद सभी लोगों को समुद्र तट पर जाने का अधिकार मिला. लेकिन तटीय इलाको को लोग संदेह की नजर से देखते थे. कम्युनिस्ट शासन के विरोधियों के लिए इसका अलग महत्व था. पेरेलो कहते हैं, "यह द्वीप के कम्युनिस्ट शासन से भागने की कोशिश कर रहे लोगों के अवैध पलायन से जुड़ा था और कुछ विशेष मकसद से देश में आने वाले लोगों के लिए यह प्रवेश द्वार था."
तट पर बने होटल पर्यटकों के लिए
समुद्र तटों की सबके लिए खोलने की आधिकारिक घोषणा के बावजूद दिवंगत लेखक रेनाल्डो एरेनास जैसे असंतुष्टों ने शिकायत की थी कि वे कुछ ऐसे समुद्र तटों पर नहीं जा सकते जो ट्रेड यूनियनों के सदस्यों के लिए आरक्षित थे. इसी तरह सालों तक क्यूबा के लोगों के लिए होटलों में जाने पर प्रतिबंध लगा था और आज भी उन्हें नावों पर चढ़ने की अनुमति नहीं है.
क्यूबा के लोगों को उनके द्वीप के समुद्र तटों से दूर रखने का एक और कारण है. संयुक्त राष्ट्र द्वारा कई तरह का प्रतिबंध लगाए जाने की वजह से क्यूबा को काफी ज्यादा धन की आवश्यकता है. पिछले साल 40 लाख 75 हजार पर्यटकों की वजह से देश में 3.3 अरब डॉलर आए. वारादेरो में कम से कम एक होटल एक विशेष समुद्र तट का विज्ञापन करता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सुरक्षा गार्ड उन्हें समुद्र तटों के होटल से जबरन बाहर निकाल देते हैं. हालांकि कानूनन ऐसा करने की इजाजत नहीं है. ऐसी स्थिति में स्थानीय लोगों के लिए इन समुद्री तटों पर जाना चुनौती भरा होता है.
आरआर/एमजे (एएफपी)
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