अज़लान शाह: भारत ने दक्षिण कोरिया को हराया
१० मई २०१०भारत की ओर से अर्जुन हलप्पा, तुषार खांडेकर और शिवेंद्र सिंह ने गोल किए जबकि दक्षिण कोरिया की ओर से दोनों गोल पेनल्टी कॉर्नर के ज़रिए हुए. दोनों बार गोल का सेहरा नाम ह्यूं वू के सिर बंधा. भारत ने शुरू से ही आक्रामक खेल दिखाया और दक्षिण कोरिया की टीम पर हमलों की बौछार कर दी. मिडफ़ील्डर अर्जुन हलप्पा और विकास पिल्ले ने मंदीप अंतिल और तुषार खांडेकर के साथ मिल कर कोरियाई टीम की रक्षात्मक पंक्ति को भेदने की कोशिश की.
भारत को पहला पेनल्टी कॉर्नर मैच के पांचवे मिनट में मिला और फिर दूसरा पेनल्टी कॉर्नर भी मिल गया लेकिन दोनों बार टीम गोल करने में विफल रही. भारत को लगातार हमले करने का फल आख़िरकार तब मिला जब 10वें मिनट में हलप्पा ने शिवेंद्र सिंह के साथ मिलकर कोरियाई गोलकीपर को छकाते हुए गेंद गोलपोस्ट में डाल दी.
कोरियाई टीम ने भी जवाबी हमला करने में देर नहीं लगाई और हमलों में तेज़ी बरक़रार रखी. 12वें मिनट में दक्षिण कोरिया को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला और ह्यं वू ने शानदार ड्रैग फ़्लिक के ज़रिए मैच को बराबरी पर ला दिया. इसके बाद भारत को एक के बाद एक कुल सात पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील न करने की कमज़ोरी एक बार फिर झलकी.
पहले हाफ़ की निराशाओं को भुलाकर भारत ने दूसरे हाफ़ में हौसले के साथ फिर हमले शुरू कए. 45वें मिनट में हमले के दौरान तुषार खांडेकर ने नज़ाकत से गेंद को डिफ़्लेक्ट करते हुए कोरियाई गोल पोस्ट में पहुंचाया और भारत को 2-1 से आगे कर दिया. 60वें मिनट में दानिश मुजतबा ने पास देकर शिवेंद्र सिंह को पास दिया और उन्होंने निराश नहीं किया. स्कोर 3-1.
मैच के आख़िरी क्षणों में कोरियाई टीम ताबड़तोड़ हमले किए और समय पूरा होने से कुछ ही क्षण पहले ह्यूं वू ने दूसरा गोल किया लेकिन वह जीत दिलाने या मैच ड्रॉ कराने के लिए काफ़ी नहीं था. अज़लान शाह कप में भारत ने पहले मैच में चीन के साथ 1-1 से ड्रॉ खेला लेकिन फिर पाकिस्तान को 4-2 से हराया और कोरिया के साथ मैच में भारत ने 3-2 से जीत हासिल की. भारत का अगला मैच वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से होना है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह