1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

अंतरिक्ष में फंसे एस्ट्रोनॉट अब अगले साल ही लौटेंगे

२५ अगस्त २०२४

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बताया है कि बोइंग के मिशन में आई खराबी की वजह से जो दो अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर फंसे हुए हैं, वे अब स्पेसएक्स मिशन के जरिए अगले साल फरवरी में धरती पर लौट पाएंगे.

https://p.dw.com/p/4jtPq
अमेरिकी अंतरिक्षयात्री बैरी विलमोर और सुनीता विलियम्स
अमेरिकी अंतरिक्षयात्री बैरी विलमोर और सुनीता विलियम्स एक हफ्ते के मिशन पर गए थे लेकिन अब उन्हें तीन महीने होने वाले हैं.तस्वीर: NASA Johnson

अमेरिकी अंतरिक्षयात्री बैरी विलमोर और सुनीता विलियम्स को स्टारलाइनर की पहली मानवयुक्त टेस्ट फ्लाइट के जरिए 5 जून को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर भेजा गया था और वे एक हफ्ते लंबे मिशन पर थे. लेकिन प्रक्षेपण के 24 घंटे के भीतर ही उसके कैप्सूल के प्रोपल्शन सिस्टम में कई गड़बड़ियां हो गईं, जिससे दोनों अनुभवी अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री अब 79 दिन से आईएसएस पर फंसे हैं.

शनिवार को नासा के एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्सन ने एक प्रेस कांफ्रेस में बताया कि विलमोर और विलियम्स की घर वापसी फरवरी 2025 में होगी जबकि स्टारलाइनर बिना अंतरिक्ष यात्रियों के ही लौटेगा.

नासा की योजना क्या है ?

स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन सितंबर के आखिरी दिनों में अंतरिक्ष की तरफ रवाना होगा. लेकिन इससे पहले बोइंग के कैप्सूल को पृथ्वी की तरफ आना होगा ताकि आईएसएस पर डॉकिंग पोर्ट को खाली कराया जा सके. स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन सिर्फ दो अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर जाएगा जबकि पहले उसमें चार अंतरिक्ष यात्रियों को जाना था. 

नासा और स्पेसएक्स क्रू-9 ड्रैगन पर सीटों को व्यवस्थित कर रहे हैं. नासा के अनुसार व्यवस्थित करने का मतलब है, अतिरिक्त सामान ले जाना, विलमोर और विलियम्स के लिए ऐसे स्पेससूट ले जाना जो ड्रैगन में सवार होने के लिए जरूरी हैं.

अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन 2031 तक रिटायर हो जाएगा

बोइंग की परेशानी

नासा के स्पेस ऑपरेशंस चीफ केन बोवरसॉक्स ने बताया कि एजेंसी के अधिकारियों ने अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए एकमत से क्रू डैगन के पक्ष में वोट दिया. वहीं बोइंग चाहता था कि स्टारलाइनर ही उन्हें लेकर आए, जो उनके मुताबिक सुरक्षित है.

बोइंग कंपनी पहले से ही कई संकट झेल रही है. अब अंतरिक्ष के क्षेत्र में उसकी सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी कंपनी इन अंतरिक्ष यात्रियों को बचाकर लाएगी तो यह कंपनी के लिए बड़ा झटका होगा. बोइंग को उम्मीद थी कि स्टारलाइनर के टेस्ट मिशन से वह मुश्किलों में घिरे इस प्रोजेक्ट में आई परेशानियों को पीछे छोड़ पाएगी.

अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक ले जाने और वहां से वापस लाने के लिए डिजाइन किए गए स्टारलाइनर पर 2016 से काम चल रहा है और इस पर बजट भी अनुमान से 1.6 अरब डॉलर ज्यादा खर्च हो चुका है

क्यों कमजोर हो जाता है अंतरिक्षयात्रियों का इम्यून सिस्टम

बोइंग स्टारलाइनर के चीफ मार्क नैपी ने कर्मचारियों को लिखे एक ईमेल में कहा है, "मुझे पता है कि यह वो फैसला नहीं है जिसकी हमने उम्मीद की थी, लेकिन हम नासा के फैसले का समर्थन करने के लिए जरूरी कदम उठाने को तैयार हैं." उन्होंने कहा, "सबसे जरूरी और अहम है, अंतरिक्ष यात्रियों और स्पेसक्राफ्ट की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए."

नेल्सन ने कहा कि नासा ने बोइंग में अपना भरोसा खोया नहीं है और उसकी योजना विमान निर्माण उद्योग की इस दिग्गज कंपनी के साथ आगे काम करने की है ताकि नासा के पास ऐसे दो अंतरिक्षयान हों जो अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस तक ले जाते और वहां से लाते रहें. उन्होंने कहा कि उन्हें "100 प्रतिशत विश्वास है कि बोइंग फिर से अंतरिक्ष यात्रियों के साथ स्टारलाइनर को अंतरिक्ष में भेजेगी."

अधिकारियों का कहना है कि विलमोर और विलियम्स दोनों पूर्व सैन्य टेस्ट पायलट रहे हैं और उनके पास पर्याप्त जरूरी सामान है और उन्हें तय अवधि से ज्यादा समय तक रुकने के लिए ट्रेनिंग दी गई है. नासा का कहना है कि अपने इस अतिरिक्त समय में वे स्टेशन पर मौजूद सात अन्य अंतरिक्षयात्रियों के साथ मिलकर वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे.

एके/एडी (एएफपी, रॉयटर्स, डीपीए)