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हर 40 सेकेंड में गोल

१० जुलाई २०१३

बड़ी फुटबॉल लीग में पहुंचने के लिए दो टीमों को बड़े अंतर से जीत चाहिए थी. ऐसा हुआ भी, एक टीम 79-0 से जीती तो दूसरी 67-0 से. लेकिन अब हाल यह है कि इतने धुरंधर विजेता सजा भुगतने जा रहे हैं.

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तस्वीर: Getty Images

असल में नाइजीरिया की सबसे निचली लीग की दो टीमों को नेशनल लीग डिवीजन 3 में दाखिल होने के लिए बड़े अंतर से अपने आखिरी मैच जीतने थे. एक मैच प्लैटाऊ यूनाइटेड फीडर्स बनाम अकुर्बा एफसी के बीच था. पहले हाफ में फीडर्स 7-0 से आगे थे. लेकिन हाफटाइम के बाद पता नहीं क्या हुआ. फीडर्स ने गोलों की झड़ी सी लगा दी. टीम ने 45 मिनट के दूसरे हाफ में 72 गोल ठोंक दिए. यानी हर 40 सेकेंड में एक गोल.

नेशनल लीग डिवीजन 3 तक पहुंचने की कोशिश पुलिस मशीन नाम की टीम भी कर रही थी. हाफटाइम तक पुलिस मशीन ने बाबायारो एफसी पर 6-0 की बढ़त बनाई थी. लेकिन दूसरे हाफ में टीम को पता नहीं क्या हुआ उसने 61 गोल भड़भड़ा दिए. ऊंची लीग में कोई एक विजेता ही पहुंच सकता था. 79 गोल ठोंकने वाले फीडर्स ने इसके लिए ताल ठोंकी, कहा कि हमारी जीत ज्यादा बड़ी है, लिहाजा हम आगे जाएंगे.

लेकिन तभी नाइजीरियाई फुटबॉल संघ ने दखल दिया. संघ ने दोनों मैचों के नतीजों को 'हैरान कर देने वाला शर्मनाक शो' करार दिया. अब पूरे मामले की जांच की जा रही है. संघ के कॉम्पीटिशन डायरेक्टर मोहम्मद सानुसी ने कहा, "टीमें, खिलाड़ी, अधिकारी, मैच अधिकारी, टूर्नामेंट के अधिकारी और जो कोई भी इस घटिया हरकत में शामिल होगा, उसके साथ सख्ती से निपटा जाएगा."

संघ के उपाध्यक्ष माइक यूमेह कहते हैं, "इसमें शामिल चार टीमों को तुरंत निलंबित कर दिया गया है, आगे की पाबंदियां अभी बाकी हैं. हम इस मामले की विस्तार से जांच करेंगे और इसकी तह तक पहुंचेंगे. यह किस तरह का खेल है." संघ का कहना है कि इस तरह के मैचों में कोई भी टीमें इतनी बेहतर या इतनी घटिया नहीं हो सकती.

अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड फिलहाल ऑस्ट्रेलिया के नाम है. ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिकी समोआ को 32-0 से हराया.

ओेएसजे/एनआर (एपी, रॉयटर्स)