हनोवर मेले से मंथन का खास अंक
१७ अप्रैल २०१५हनोवर का मेला दुनिया का सबसे बड़ा औद्योगिक मेला है और तकनीकी रुझानों का आईना भी है. हर साल जर्मन चांसलर खुद इसका उद्घाटन करती हैं, मेहमान सरकार प्रमुख के साथ. प्रधानमंत्री के लिए यह मौका था अपने देश में मौजूद संभावनाओं के बारे में बताने का. उद्घाटन और उसके बाद चांसलर और प्रधानमंत्री ने कई घंटे साथ गुजारे और आपसी सहयोग पर व्यापक चर्चा की. प्रधानमंत्री मोदी और चांसलर मैर्केल की मुलाकातों का ब्यौरा होगा इस बार मंथन में.
यूरोप में भारत का प्रमुख व्यापारिक साझेदार जर्मनी ही है. तकनीकी विकास में भारत के साथ जर्मनी लंबे समय से सहयोग कर रहा है. दोनों देश उसे बढ़ाना भी चाहते हैं. उच्च तकनीक के क्षेत्र में दोनों देशों की कंपनियां किफायती तकनीक का विकास कर सकती हैं जिसके लिए दुनिया भर में बाजार है. जर्मन उद्यमियों की भारत की नई सरकार और उसकी आर्थिक नीतियों से काफी अपेक्षाएं हैं. चलेंगे भारत की एक ऐसी कंपनी में जहां जर्मनी निवेश कर रहा है.
छा गया मेक इन इंडिया
हनोवर फेयर में मेक इन इंडिया का नारा चारों तरफ छाया हुआ है. जैसे ही आप फेयर ग्राउंड में प्रवेश करते हैं, मेक इन इंडिया के बड़े बड़े बैनर आपका स्वागत करते हैं. इस बार मंथन में कराएंगे आपकी मुलाकात उस शख्स से जो इस पूरे कैम्पेन के पीछे है. अमिताभ कांत इनक्रेडिबल इंडिया कैम्पेन के पीछे भी थे और आज वे मेक इन इंडिया के सपने को साकार करने में लगे हैं. मेक इन इंडिया की सफलता और भविष्य में इस कैम्पेन की संभावनाओं पर हमने श्री कांत से विस्तृत चर्चा की.
साथ ही रिसर्च और डेवलेपमेंट में भारत और जर्मनी के सहयोग की भारी संभावनाएं हैं. इस वक्त दोनों देशों के 30 से ज्यादा कॉलेज कई प्रोजेक्ट साथ कर रहे हैं. वे मेड इन इंडिया और मेड इन जर्मनी के कॉन्सेप्ट पर काम कर रहे है. दशकों पहले डाले गए इस सहयोग के बीज अब काफी फल-फूल चुके हैं और सोलर ट्री के रूप में भी दिखाई पड़ रहे हैं. आईआईटी कानपुर और केमनित्स यूनिवर्सिटी ने मिलकर बिल्कुल भी इलेक्ट्रॉनिक कचरा न पैदा करने वाली उम्दा सोलर तकनीक विकसित है. क्या है सोलर ट्री, जानने के लिए जरूर देखें मंथन शनिवार सुबह ग्यारह बजे डीडी नेशनल पर.