हज में सैकड़ों की मौत
सऊदी अरब में हज के दौरान शैतान को कंकड़ी मारने की रस्म होती है. ईद अल अधा केपहले दिन मीना शहर में इस रस्म के दौरान भगदड़ मच जाने से सैकड़ों लोगों की मौत हो गई.
रस्म की ओर
मुस्लिम श्रद्धालु पवित्र शहर मक्का के निकट मीना में ईद अल अधा के पहले दिन उन दीवारों की ओर बढ़ते हुए जिन्हें शैतान का प्रतीक मान कर उस पर कंकड़ियां मारी जाती हैं.
यादगार घड़ी
स्मार्टफोन ने यादगार क्षणों को कैद करने की संभावना दे दी है. सऊदी अरब में हज के दौरान शैतान को कंकड़ी मारने की रस्म से पहले एक श्रद्धालु परिवार सेल्फी लेते हुए.
शैतान पर विजय
यहां मीना शहर में वे तीन दीवारें हैं जिन्हें शैतान का प्रतीक माना जाता है और हज के दौरान मुस्लिम श्रद्धालु उस पर कंकड़ी मार कर दिखाते हैं कि वे उससे डरने वाले नहीं हैं.
रस्म ए जमारात
हजारों मुस्लिम श्रद्धालु मीना शहर के शैतानी पिलर पर कंकड़ी फेंकने की रस्म अदायगी के लिए जा रहे हैं. इस रस्म को जमारात कहते हैं जो हर साल हज की आखिरी कड़ी होती है.
सचमुच आखिरी
सैकड़ों लोगों के लिए हज की अंतिम रस्म सचमुच जीवन की आखिरी रस्म साबित हुई. मक्का से पांच किलोमीटर दूर मीना में भगदड़ होने के बाद सैकड़ों लोग मारे गए और कई सौ घायल हो गए.
मदद और राहत
सऊदी अरब के नागरिक सुरक्षा बल के स्वयंसेवक भगदड़ मचने के बाद घायल हुए लोगों की मदद करते हुए. भगदड़ की चपेट में आने से सैकड़ों लोगों की जान चली गई.
पुलिस की मदद
पुलिस की गाड़ियां श्रद्धालुओं की भीड़ को पीछे छोड़ते हुए भगदड़ में घायल हुए लोगों की मदद के लिए जा रही हैं. दुर्घटना में सैकड़ों श्रद्धालु घायल हुए.
फर्स्ट एड
राहतकर्मी के एक घायल श्रद्धालु को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध करा रहा है. शैतान को कंकड़ी मारने की रस्म के दौरान भगदड़ मचने से सैकड़ों लोगों की मौत हो गई.
फौरन मदद
जो लोग भगदड़ में ज्यादा घायल थे उन्हें राहतकर्मियों ने फौरन अस्पताल भेजा. घटनास्थल पर पुलिस और नागरिक सुरक्षा संस्था के स्वयंसेवक मदद कर रहे हैं.