स्पेन से आजादी के लिए सड़क पर उतरे लाखों लोग
१२ सितम्बर २०१७स्पेन के बार्सिलोना शहर में लाखों लोगों ने कैटेलोनिया को स्पेन से आजाद करने की मांग करते हुए मार्च किया. इस प्रदर्शन में स्पेन के मशहूर फुटबॉल खिलाड़ी गेरार्ड पिके और मैनचेस्टर सिटी टीम के मैनेजर पेप गार्डियोला भी शामिल थे. पुलिस का अंदाजा है कि स्वतंत्रता के समर्थन में हुए इस प्रदर्शन में करीब दस लाख लोग शामिल हुए. प्रदर्शनकारियों ने "आजादी, आजादी" और "हम वोट देंगे" के नारे लगाए. प्रदर्शन के साथ जनमत संग्रह के लिए प्रचार अभियान का अंतिम दौर शुरू हो गया है. अगले महीने स्पेन से आजादी के मुद्दे पर जनमत संग्रह होगा.
स्पेन के प्रधानमंत्री मारियानो राखोय एक अक्टूबर को होने वाले इस जनमत संग्रह का दृढ़तापूर्वक विरोध कर रहे हैं. संवैधानिक अदालत ने कई मौकों पर जनमत संग्रह के प्रयासों को रोक दिया है. न्यायपालिका स्थानीय सरकार पर दबाव बना रही है कि अगर वह रोक के बावजूद जनमत संग्रह कराती है तो उसे कानूनी परिणाम भुगतने होंगे.
अब तक ये साफ नहीं है कि जनमत संग्रह के लिए मतदान कहां कराये जाएंगे. पुलिस उन जगहों का पता लगा कर मतदान की संभावना को रोकना चाहती है जबकि आजादी समर्थक हर हाल में मतदान पर जोर दे रहे हैं. उनके लिए स्थिति तब और जटिल हो गयी जब बार्सिलोना समेत कैटेलोनिया के कई बड़े शहरों के मेयरों ने यह घोषणा की कि उनकी नगरपालिकाएं जनमत संग्रह के सार्वजनिक जगहें नहीं देंगी.
विपक्षी दलों के विरोध के बावजूद पिछले हफ्ते कैटेलोनिया के प्रधानमंत्री कार्लेस पुइडिमोंट और उनकी सहयोगियों ने स्वतंत्रता के लिए जनमत संग्रह कराए जाने का विवादास्पद कानून पास कर दिया. कुछ ही घंटे बाद मैड्रिड स्थित संवैधानिक न्यायालय ने इसे रद्द कर दिया.
स्पेन की सरकार एक अक्टूबर को होने वाले जनमत संग्रह को रोकने की पूरी कोशिश कर रही है. संविधान के अनुसार जनमत संग्रह उन्हीं मुद्दों पर कराया जा सकता है जो केंद्रीय सरकार द्वारा पारित किए गए हों. लेकिन कैटेलोनिया की स्थानीय सरकार हर हाल में ये जनमत संग्रह कराना चाहती है.
कैटेलोनिया में बहुत से लोगों का मानना है कि स्पेन में उनके साथ भेदबाव हो रहा है और इलाके से कमाया गया ज्यादातर टैक्स स्पेन के बाकी इलाकों में बांट दिया जाता है. कैटेलोनिया स्पेन के उत्तरी हिस्से में है और यहां करीब 76 लाख लोग रहते हैं. बार्सिलोना इसकी राजधानी है.
एसएस/एमजे (डीपीए)