स्टेशन के लिए पेड़ कटने पर हिंसक प्रदर्शन
१ अक्टूबर २०१०भारी पुलिस सुरक्षा में जर्मन शहर श्टुटगार्ट में विवादास्पद रेलवे स्टेशन परियोजना श्टुटगार्ट 21 का काम शुरू हो गया है जबकि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस की कड़ी कार्रवाई का मुद्दा संसद में उठाने का ग्रीन पार्टी का प्रयास विफल हो गया है.
श्टुटगार्ट 21 परियोजना के तहत शहर के केंद्र में स्थित रेलवे स्टेशन को भूमिगत कर दिया जाएगा ताकि वहां ट्रेनें आगे की ओर जा सकें. अभी तक श्टुटगार्ट का स्टेशन टर्मिनल स्टेशन है और ट्रेनें यहां से आगे नहीं जातीं. यहीं से उन्हें लौटना पड़ता है. राज्य सरकार का कहना है कि स्टेशन के आधुनिकीकरण से शहर का आर्थिक आकर्षण बढ़ेगा, लेकिन बहुत सारे लोग इसका विरोध कर रहे हैं.
ग्रीन पार्टी की संसदीय मैनेजर ब्रिटा हासेनमन ने संसद से श्टुटगार्ट 21 परियोजना पर बहस कराने की मांग की लेकिन ग्रीन पार्टी का प्रस्ताव सत्ताधारी गठबंधन के विरोध के कारण ठुकरा दिया गया. प्रस्ताव पास कराने के लिए दो तिहाई बहुमत की जरूरत होती. ब्रिटा हासेलमन ने कहा कि गुरुवार से साफ हो गया है कि विवाद भड़क गया है. मौके पर स्थिति बिगड़ रही है. यह कहना काफी नहीं है कि श्टुटगार्ट 21 सिर्फ श्टुटगार्ट या बाजेन वुरटेमबर्ग का मामला है.
चांसलर अंगेला मैर्केल की सीडीयू-सीएसयू संसदीय पार्टी के मैनेजर पेटर अल्टमायर ने प्रस्ताव को ग्रीन पार्टी की चाल बताते हुए कहा कि सत्ताधारी गठबंधन तथ्यों को जाने बिना संसद में इस मुद्दे पर बहस कराने के लिए तैयार नहीं है. एफडीपी के संसदीय मैनेजर योर्ग फान एसेन ने भी पहले स्थिति की साफ तस्वीर का पता करने का समर्थन किया.
विपक्षी एसपीडी पार्टी के क्रिश्टियान लांगे ने विवादास्पद परियोजना पर जनमत संग्रग कराने की मांग की तो वामपंथी डी लिंके की डागमार एंकेलमन ने निर्माण कार्य रोकने की मांग की.
उधर श्टुटगार्ट में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. हजारों प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार रात श्टुटगार्ट स्टेशन को भूमिगत बनाने वाली इस परियोजना के लिए पेड़ों को काटे जाने का नारे लगा कर विरोध किया. पुलिस ने डेढ़ से तीन हजार प्रदर्शनकारियों की बात की है. पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि शांतिपूर्ण कुछ और होता है. पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि परियोजना विरोधियों की भीड़ से पुलिस पर बोतलें और चेस्टनट फेंके गए. पुलिस ने मिर्चगैस का उपयोग किया. 1000 से अधिक पुलिसकर्मियों ने स्टेशन परिसर को घेर रखा था. रात एक बजे से पेड़ों को काटना शुरू किया गया और कुछ देर बाद 25 पेड़ों को काट दिया गया.
गुरुवार को पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को निर्माण स्थल से हटाने के लिए पानी की बौछारें छोड़ीं और आंसू गैस के गोले दागे. इसमें सैकड़ों प्रदर्शनकारी घायल हो गए. बाडेन वुरटेमबर्ग प्रदेश के गृहमंत्री हेरीबर्ट रेष ने हिंसा की जिम्मेदारी परियोजना विरोधी कार्यकर्ताओं पर डाली. उन्होंने कहा कि पुलिस उनके खिलाफ दिखाई जा रही आक्रामकता से सकते में थी.
ग्रीन पार्टी के प्रमुख चेम औएजदेमीर ने आरोप लगाया है कि हिंसा की शुरुआत राज्य सरकार ने की. गृह मंत्री रेष ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे बुजुर्ग महिलाओं, किशोरों और मांओं को अपमानजनक तरीके से पिटवाया. इसके विपरीत प्रांत की परिवहन मंत्री तान्या गौएनर ने कहा है कि प्रदर्शनकारियों ने बच्चों को जानबूझकर आगे कर दिया था.
जर्मन संसद के निचले सदन बुंडेसटाग की गृहनैतिक समिति में शुक्रवार सुबह श्टुटगार्ट की स्थिति पर चर्चा हुई. ग्रीन सांसद वोल्फगांग वीलांड ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि सीडीयू के मुख्यमंत्री श्टेफान माप्पुस तनाव को घटाएंगे और परियोजना पर सोचने का विराम देंगे.
इस बीच प्रदर्शनकारियों के प्रवक्ता ने कहा है कि शुक्रवार शाम एक लाख प्रदर्शनकारी परियोजना के खिलाफ रैली निकालेंगे.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: वी कुमार