सोमालिया में 14 भारतीयों को जेल
१६ जनवरी २०११जज हाशी एल्मी नूर ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "कोर्ट ने 14 भारतीय नाविकों और एक सोमाली महिला को सजा सुनाई है." यह महिला ही चारकोल की मालिक है. जज ने कहा कि भारतीय नाविक 10 हजार डॉलर देकर सजा से बच सकते हैं.
भारतीयों के वकील हसन अब्दुल फारायारे ने बचाव में दलील दी कि चारकोल को इस्लामिक विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके से भेजा गया इसलिए कोर्ट के पास इस मुकदमे की सुनवाई का अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा, "नाव और उसके चालक दल के सदस्य दोषी नहीं हैं क्योंकि उन्होंने चारकोल को उन क्षेत्रों से लिया जिन पर सरकार का कब्जा ही नहीं है."
क्या है चारकोल तस्करी
यह पहला मौका है जब किसी अदालत ने चारकोल के निर्यात के लिए विदेशियों को सजा दी है. चारकोल अल कायदा से जुड़े संगठन शेबाब के लिए धन जुटाने का बड़ा जरिया है. इस संगठन का देश की सबसे बड़ी बंदरगाह किसमायो पर कब्जा है.
ईस्ट अफ्रीकन सीफेयरर्स असिस्टेंस प्रोग्राम के अध्यक्ष एंड्रयू म्वांगुरा ने बताया कि किसमायो से ले जाई जाने वाली चीजों में चारकोल सबसे अहम है. उनका अंदाजा है कि सिर्फ चारकोल बेचकर शेबाब महीने में पांच लाख डॉलर तक की कमाई करता है.
चारकोल के ज्यादातर तस्कर अपना सामान खाड़ी देशों में ले जाने के लिए भारतीय वाहनों का इस्तेमाल करते हैं. चारकोल को ज्यादातर संयुक्त अरब अमीरात ले जाया जाता है क्योंकि वहां चारकोल का आयात प्रतिबंधित नहीं है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन