सोची ओलंपिक की शुरुआत
सात से 23 फरवरी 2014 तक रूस के सोची में विंटर ओलंपिक खेल होने वाले हैं. 40 अरब यूरो के निवेश वाले ये खेल अब तक के सबसे महंगे हैं.
गर्म इलाके में बर्फीले खेल
सोची खेलों के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है. इसके लिए खास स्थितियां तैयार की गई हैं.
यूएफओ ट्रेन स्टेशन
प्रस्ताव पेश करते समय सोची के सारे स्टेडियम और जगहें सिर्फ कंप्यूटर पर थे. आडलर नाम का इलाका एकदम टूटा फूटा था. करीब 2000 परिवारों को इन खेलों के लिए घर छोड़ना पड़ा. आइसहॉल बाहर से यूएफओ जैसा दिखाई देता है.
बड़ा काम
आलीशान महलें, सड़कें, होटल सही समय पर बनाना एक बड़ी चुनौती थी. करीब 550 किलोमीटर नई सड़कें और पटरियां बिछाई गईं. पहाड़ियों में विस्फोट कर उन्हें भेदा गया.
बाहरी मजदूर
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के मुताबिक यहां मजदूरी करने वालों में 40,000 विदेशी मजदूर लगे थे. ये उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान से या यूक्रेन से आए थे.
राष्ट्रीय गर्व
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शीतकालीन ओलंपिक खेलों को राष्ट्रीय गर्व का दर्जा दिया. समशीतोष्ण सोची में शीतकालीन खेल करवाने का विचार पुतिन का ही था. उनका घर सोची के नजदीक है और अपने अतिथियों को भी वह वहां बुलाना पसंद करते हैं.
बनाया पहाड़
सोची से 70 किलोमीटर दूर क्रासान्या पोलियाना में पूरा पहाड़ी गांव बसाया गया यानी कृत्रिम पहाड़ भी बना. यहां अल्पाइन स्की, बॉब जैसी प्रतियोगिताएं होंगी. खेलों के बाद ये कितने दिन टिकेंगे क्या पता.
नया चेहरा
नई इमारतों और सड़कों के कारण शहर का चेहरा पूरी तरह बदल गया. पहले सोची एक शांत छोटे घरों वाला शहर था. अब यहां ऊंची इमारतें हैं. कई घर खाली हैं.
कितने ग्रीन गेम
सोची में शुरू हुए खेल वैसे तो इकोफ्रेंडली होने चाहिए थे लेकिन ऐसा हुआ नहीं.