सुंदर मठों में होटल
ये जर्मनी की सबसे पुरानी और खूबसूरत इमारतों में शामिल हैं. मठों में सिर्फ ईसाई श्रद्धालु नहीं जाते, पर्यटक भी जाते हैं. सदियों पुरानी रोचक कहानियां यहां पता लगती हैं. कई मठों में छुट्टियां भी बिताई जा सकती हैं.
कोरवई का मठ
नवीं सदी में बनी इमारत के साथ कोरवई आर्किटेक्चर का शानदार उदाहरण है. सम्राट, राजा इस मठ में रहने के लिए आते. आज यह मठ निजी संपत्ति है. 2014 से यह मठ कोरवई यूनेस्को की विश्व धरोहर है.
राइषेनाऊ द्वीप
मठो का द्वीप लेक कॉन्सटांस भी विश्व धरोहर का हिस्सा है. यह इलाका आठवीं सदी में बनाया गया था और जर्मनी का सबसे पुराना है. जल्द ही यह कलाकारों का केंद्र बन गया. द्वीप पर रोमन काल के चर्चों की दीवार पर बने चित्र आज भी कला का अप्रतिम नमूना हैं.
लोर्ष मठ
हेसेन का यह मठ 1991 से विश्व धरोहर में शामिल है. कोरवई मठ की तरह ही यह भी कैरोलिंग्स साम्राज्य के दौरान का है. 13वीं सदी के बाद यहां सिस्टरिन ऑर्डर के भिक्षु रहते थे. 1556 में इस महामठ का विलय कर दिया गया. 1621 में स्पेनी सैनिकों ने इसका एक बड़ा हिस्सा नष्ट कर दिया. आज यहां सिर्फ किंग्स हॉल है.
माउलब्रोन मठ
श्वाबिया का माउलब्रोन भी विश्व धरोहर में शामिल है. मध्यकाल की यह इमारत उत्तरी आल्प्स में मजबूती से खड़ी है. रिफॉर्मेशन काल में इस मठ को पादरियों का स्कूल बना दिया गया. वैज्ञानिक योहानेस केपलर और लेखक हैरमन हेसे भी यहां छात्र थे.
सेंट ऑगुस्टीन मठ
एरफुर्ट के इस मठ में 1505 से 1511 तक मार्टिन लूथर यहां के मठाधीश थे. रिफॉर्मेशन काल के बाद 1559 इसे बंद कर दिया. इसके बाद के सालों में यहां अनाथाश्रम और पुस्तकालय रहा.
आंदेख्स मठ
बवेरिया के इस मठ में धार्मिक यात्रा करने वाले लोग जाते हैं. पर्यटक यहां की रोकोको शैली की इमारत देख कर दंग रह जाते हैं. मठ में बनी बीयर भी लोग बहुत पसंद करते हैं. पर्यटक चाहें तो इस मठ में रह भी सकते हैं.
एबेरबाख मठ
1136 में बना यब मठ मध्ययुग में सिर्फ श्रद्धालुओं और आध्यात्मिक केंद्र ही नहीं था, अपनी वाइन के लिए भी मशहूर था. 16वीं सदी में यहां दुनिया का सबसे बड़ा वाइन बैरल संग्रह यहां था. आज यहां के वाइन गार्डन और सुंदर नजारे देखने लायक हैं.
मारिया लाख मठ
यह रोमन काल का सबसे सुंदर मठ है. 1892 में यहां बेनेडेक्टिन महंत रहने आए और आइफेल इलाके के इस मठ में एक बार और जीवन फूंका. यहां किताबों और कला का प्रकाशन होता है और ऑर्गेनिक खेती भी होती है.
एटाल मठ
मठ के हॉल में बनाई गई बारोक कला ने इसे काफी मशहूर किया. इसकी मुख्य इमारत मध्ययुग में बन चुकी थी, उस काल में बनी 12 कोनों वाली यह खास इमारत है. यहां ब्रूअरी के अलावा कई गेस्ट हाउस और होटल भी है.
वेल्टनबुर्ग
बवेरिया का यह सबसे पुराना मठ है. सातवीं सदी में यहां आयरलैंड और स्कॉटलैंड के मठ पहुंचे. यहां के इतिहास के साथ ही डेन्यूब के पास का यह मठ पर्यटकों में काफी पसंद किया जाता है.