सायना इंडोनेशियन सुपर सीरिज के फाइनल में
२६ जून २०१०जकार्ता में खेले गए सेमीफाइनल में सायना का मुकाबला जापान की हिरोसे से हुआ जिन्हें चौथी वरीयता हासिल है. लेकिन सायना ने उन्हें हावी होने का बिलकुल भी मौका नहीं दिया. सिर्फ 27 मिनटों में सायना ने अपनी जापानी प्रतिद्वंद्वी को पटखनी दे दी. अब सायना के पास खिताबों की तिकड़ी लगाने का मौका आ गया है.
अगर सायना इंडोनेशियन सुपर सीरिज बैडमिंटन के फाइनल में जीत जाती हैं तो इस साल का यह उनका दूसरा सुपर सीरिज खिताब होगा. पिछले हफ्ते ही उन्होंने सिंगापुर में सुपर सीरिज जीता है और उससे पहले वह इंडियन ओपन ग्रां प्री भी जीत चुकी हैं. यानी एक महीने में तीन बड़े खिताब.
फाइनल में सायना का मुकाबला जापान की ही सयाका सातो से होने जा रहा है. दूसरे सेमीफाइनल में सातो ने इंडोनेशिया की एना रोविता को 21-19, 21-14 से हराया.
धमाकेदार फॉर्म जारी रखते हुए सायना ने हिरोसे की चुनौती की धार को शुरुआत से ही कुंद कर दिया. पहले गेम में सायना को भारी बढ़त भी हासिल हो गई. मैच शुरू होने के 9 मिनट के भीतर सायना 17-8 से आगे हो गई और अगले तीन मिनटों में ही उन्होंने गेम अपनी झोली में डाल लिया.
दूसरे गेम में सायना ने हिरोसे को वापसी के बारे में सोचने भी नहीं दिया और लगातार पांच प्वाइंट जीत कर 9-2 की बढ़त बना ली. एक बार भी जापानी खिलाड़ी लगातार दो प्वांइट नहीं जीत पाईं. पहले सायना ने 15-5 की बढ़त हासिल की और फिर कुछ ही देर में दूसरा गेम भी अपने खाते में दर्ज कर फाइनल में आसानी से छलांग लगाई.
सिंगापुर सुपर सीरिज में शानदार जीत दर्ज करने वाली सायना की रैंकिंग में भी सुधार आया है और वह छठे नंबर से तीसरे नंबर में पहुंच गई है. उनकी नजर अब अपनी रैंकिंग में सुधार और कॉमनवेल्थ गेम्स पर है जहां भारत उनसे पदक की उम्मीद कर रहा है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: उ भ