सहम उठा सिडनी
ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े शहर सिडनी में हफ्ते की शुरुआत दहशत के साथ हुई. मार्टिन प्लेस इलाके के एक कैफे में सुबह साढ़े नौ बजे के बाद बंधक संकट शुरू हुआ.
बंधक में भारतीय
भारत के संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू का कहना है कि बंधकों में एक भारतीय नागरिक भी शामिल है. भारतीय मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक यह बंधक भारत की सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस में काम करता है.
कितने हथियारबंद
सिडनी पुलिस के मुताबिक हथियारबंद लिंड्ट चॉकलेट कैफे के भीतर हैं. हथियारबंदों की संख्या के बारे में पुख्ता जानकारी नहीं मिल पा रही है. कैमरे पर एक हथियारबंद दिखाई पड़ा है. अपहर्ता ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबट से बात करने की मांग की है.
कम से कम 20 बंधक
पुलिस का अनुमान है कि कैफे के भीतर कम से कम 20 बंधक हैं. हालांकि अधिकारियों ने इस बारे में भी पक्की जानकारी नहीं दी है. कुछ तस्वीरों में बंधक दिखाई पड़ रहे हैं. जर्मन मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक बंधकों में कुछ जर्मन नागरिक भी शामिल हैं. लिंड्ट स्विट्जरलैंड की चॉकलेट कंपनी है.
पांच लोग भागे
पहले तीन और फिर दो - कुल पांच लोग कैफे से भागने में सफल रहे. ये महिला आपातकालीन दरवाजे से भागी. पुलिस के मुताबिक भागने वाले लोग बुरी तरह सहमे हुए हैं. पुलिस उनसे बातचीत कर ज्यादा जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है.
आतंकवाद या कुछ और
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबट ने फिलहाल इसे आतंकवादी घटना करार नहीं दिया है. हालांकि कैफे के भीतर एक काला झंडा टांगा गया है, जिसमें अरबी की लिखावट है.
पुलिस का घेरा
बंधक संकट शुरू होने के कुछ पलों बाद पुलिस और कमांडो दस्ते ने कैफे को चारों ओर से घेर लिया. पुलिस हथियारबंद शख्स से बातचीत भी कर रही है. कोशिश है कि बिना किसी हिंसा के संकट खत्म हो जाए.
पूरा इलाका सीज
लिंड्ट चॉकलेट कैफे के आसपास कई दफ्तर हैं. यह इलाका पर्यटकों और वित्तीय कारोबार के लिए मशहूर है. पुलिस ने आस पास के सभी दफ्तरों को खाली करा लिया है. कैफे के आस पास की इमारतों में भी कमांडो तैनात हैं.
आतंक की आहट
ऑस्ट्रेलिया में सितंबर में बड़े पैमाने पर इस्लामिक स्टेट से जुड़े संदिग्ध लोगों के घरों पर छापे मारे गए. छापे सिडनी, मेलबर्न और ब्रिसबेन में मारे गए. प्रधानमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि इराक और सीरिया में कई ऑस्ट्रेलियाई नागरिक आतंकवादियों की तरफ से लड़ रहे हैं.