सलाफियों के खिलाफ आए हुलिगन
जर्मनी के कोलोन शहर में उग्र दक्षिणपंथियों और फुटबॉल के हुड़दंगियों ने हिंसा की. आमतौर पर सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिप्रिय तरीकों से होने वाली रैलियों की परंपरा को धता बताते हुए इस बार मारपीट और तोड़फोड़ हुई.
जर्मनी के चौथे सबसे बड़े शहर कोलोन की सड़कों पर सलाफी संगठन के खिलाफ हुलिगनों के प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया. जर्मनी में पिछले कुछ समय में सलाफियों संख्या में काफी बढ़ी है. कई इस्लामी कट्टरपंथी समूह लोगों को जिहाद में शामिल करने के मकसद से लोगों तक अपनी पहुंच बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
हुलिगनों का नारा है, ईंट के बदले पत्थर और इनका यही रवैया सरकार की परेशानी बन गया है. कोलोन में हुए प्रदर्शन में इन्होंने पुलिस वालों के साथ झड़प की. साथ ही कई जगहों से तोड़फोड़ की भी खबरें आईं. सार्वजनिक परिवहन पर भी इसका असर पड़ा.
प्रदर्शनकारियों के बेकाबू होने पर पुलिस को भीड़ पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा. इकट्ठा हुए करीब 2,500 प्रदर्शनकारियों ने पुलिसवालों को घेर लिया और उनपर बोतलें और पत्थर भी फेंके. इन हमलों में करीब दो दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए.
जर्मनी में कट्टरपंथी इस्लामिक धाराओं में से सलाफी सबसे ज्यादा प्रचलित है. विश्व भर में इस समय इस्लामिक स्टेट से जुड़ने के लिए हर तरह का समर्थन जुटाने और नए लोगों को आईएस में शामिल करने के लिए जगह जगह कार्यक्रम होते रहे हैं.
जर्मनी के सबसे बड़े प्रांत नॉर्थ राइन वेल्टफेलिया में सक्रिय अति दक्षिणपंथी गुट प्रो-एनआरडब्ल्यू ने कोलोन में प्रदर्शन के लिए अनुमति ले रखी थी. वे सीरिया और इराक में कट्टरपंथियों की बर्बर कार्रवाईयों के विरुद्ध लोगों की भावनाओं का फायदा उठाना चाहते हैं.
इराक और सीरिया में सक्रिय इस्लामिक स्टेट के साथ जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करना इन कट्टरपंथी समूहों का लक्ष्य है. यूरोप और खासकर जर्मनी में पिछले दिनों में कई ऐसे लोगों की पहचान हुई है जो आईसिस का समर्थन करते हैं. अब हुलिगनों ने इन लोगों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
यह हिंसा तो चिंता का विषय है ही, इससे भी ज्यादा चिंता इस बात की है कि हुलिगनों के साथ उग्रदक्षिणपंथी भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए. फुटबॉल के मैचों में हुड़दंग मचाने वालों गुटों के दंगाईयों में नस्लवादी विचारधारा बढ़ रही है और उनमें कई बार उग्रदक्षिणपंथी भी होते हैं.