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सलमान के बिना दबंग मुमकिन नहीं: अरबाज

१९ अगस्त २०१०

दबंग के जरिए अभिनेता अरबाज खान निर्माता बन गए हैं. 10 सितंबर को यह फिल्म रिलीज हो रही है और अरबाज बेहद उत्साहित हैं. अरबाज कहते हैं कि सलमान के सिवाय कोई दबंग के किरदार में नहीं जमता.

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भाई सोहेल के साथ अरबाजतस्वीर: AP

अरबाज खान (बतौर निर्माता), अभिनव कश्यप (निर्देशक) और सोनाक्षी सिन्हा (अभिने‍त्री) की यह पहली फिल्म है. अरबाज का मानना है कि नए होने की वजह से सभी ने फिल्म पर बहुत मेहनत की है. यदि फिल्म सफल होती है तो वे मानेंगे कि उनकी कोशिश कामयाब हुई है. फिलहाल अरबाज फिल्म के प्रमोशन में बेहद व्यस्त हैं और अपनी तरफ से दर्शकों को आकर्षित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. पेश है अरबाज से बातचीत:

क्या निर्माता के रूप में पहली ‍ही फिल्म में सलमान खान जैसे स्टार के साथ काम करने का मौका आपको इसलिए मिल गया क्योंकि वे आपके भाई हैं?

सलमान खान दबंग में अभिनय करने के लिए इसीलिए तैयार नहीं हो गए क्योंकि यह अरबाज खान की फिल्म है. उन्हें मेरी मदद करना होती तो और भी कई तरीके हैं. वह बड़े स्टार हैं और उन्हें कई फिल्मों के ऑफर्स मिलते हैं. कहानी पसंद आने पर ही वह हामी भरते हैं. मेरी फिल्म की कहानी उन्हें अच्छी लगी इसीलिए उन्होंने दबंग में काम करना मंजूर किया. मैंने भी उन्हें अपनी फिल्म में इसलिए लिया क्योंकि चुलबुल पांडे के किरदार को उनसे बेहतर फिल्म इंडस्ट्री में और कोई नहीं निभा सकता था. सलमान के बिना दबंग नहीं बन सकती थी.

निर्माता के रूप में आपका अनुभव कैसा रहा?

मैं मानता हूं कि एक्टर के बजाय निर्माता का काम कठिन होता है, लेकिन मुझे मजा आया. रोजाना नई चुनौतियां सामने आती हैं जिनका सामना एक निर्माता को करना पड़ता है, लेकिन मुझे कोई शिकायत नहीं है. सभी के सहयोग से हमने बिना परेशानी के यह फिल्म पूरी की.

इन दिनों माना जा रहा है कि लोगों की रूचि बदल रही है. मसाला फिल्में कम पसंद की जा रही हैं. पीपली लाइव की सफलता इसका सबूत है. ऐसे में दबंग जैसी मसाला फिल्म बनाना रिस्की नहीं है?

मुझे नहीं मालूम कि मसाला फिल्म किसे कहते हैं. फिल्म वही सफल होती है जो अच्छी हो, जिससे दर्शकों का मनोरंजन हो. लोग ही मसाला या ऑफबीट जैसी श्रेणियां बनाते हैं. दबंग में गाने हैं, एक्शन है, कॉमेडी है. इस फिल्म के निर्माण में यह ध्यान रखा गया है कि यह ज्यादा से ज्यादा लोगों को पसंद आए. टिकट खरीदकर जब लोग दबंग देखें तो उन्हें लगे कि उनके पैसे वसूल हो गए हैं. मनोरंजक फिल्म हमेशा कामयाब होती रहेंगी.

दबंग की कहानी उत्तर भारत की पृष्ठभूमि पर आधारित है. इसकी कोई खास वजह?

यह कहानी की मांग है. जिस तरह से लोग पंजाब या साउथ इंडिया में फिल्म बनाते हैं, हमने उत्तर भारत इसके लिए चुना.

नामी हीरोइन की बजाय नई हीरोइन लेने की वजह?
मैं चाहता था कि नया चेहरा लिया जाए और सोनाक्षी सिन्हा हमारी अपेक्षाओं पर खरी उतरी. वह खूबसूरत हैं. प्रतिभाशाली हैं और स्टार बनने के सारे गुण उनके अंदर मौजूद हैं.

सुना है कि सोनाक्षी को फिल्म साइन करने से रोका जा रहा है?

ये सारी खबरें गलत हैं. मैं सिर्फ यह चाहता हूं कि सोनाक्षी की पहली रिलीज फिल्म दबंग हो. ऐसा सोचने में मुझे कोई बुराई नजर नहीं आती. कोई भी‍निर्माता किसी नए कलाकार को साइन करता है तो ऐसा ही सोचता है. मैंने तो सोनाक्षी के साथ किसी तरह का अनुबंध भी नहीं किया है.

इंटरव्यूः समय ताम्रकार (सौजन्यः वेबदुनिया)

संपादनः ए कुमार

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