वेनिस का कार्निवाल
वेनिस का रंगबिंरगा कार्निवल शुरू हो गया है. एश वेडनसडे तक वेनिस का यह कई सौ साल से जारी पारंपरिक कार्निवल शहर की गलियों को रंगों से भर देता है.
देवदूत जहां आसमान से उतरें
ठीक बारह बजे फरिश्ता जुलिया नासी 80 मीटर ऊंचे घंटाघर फूलों वाली पोशाक में उतरती हैं और उस तरफ अपनी बाहें फैलाती हैं, जहां स्टेज पर दोजे या शहर का प्रमुख उनका इंतजार करता है. वोलो डेल अंजेलो के नारे के साथ कार्निवल शुरू होता है.
कबूतर नहीं देवदूत
कहा जाता है कि 1548 में एक तुर्की कलाबाज इस ऊंचे घंटाघर पर चढ़ गया और ऊपर पहुंच कर उसने फूल फेंके. इसके बाद वह नीचे उतरा. शुरुआत में कागजी कबूतर इस इतिहास को दोहराते उतरते थे, लेकिन 15 साल से सुंदर गाउन पहने लड़कियां ये काम करती हैं.
कंवारी कन्याएं
वेनिस के कास्तेलो इलाके में एंजेल की उड़ान से पहले परेड ऑफ मेरी आयोजित होती है. 12 कन्याएं वेनिस की गलियों से गुजरती हैं. दोपहर ठीक तीन बजे वेनिस का गीत गाने के लिए के वो रुकती हैं. सबसे सुंदर कन्या अगले साल घंटाघर पर झूमती है.
पर्यटकों का गढ़
कार्निवाल के दौरान वेनिस में करीब दो लाख पर्यटक आते हैं और यहां रहने वाले लोग भीड़ भाड़ से बचने की कोशिश में लगे रहते हैं. हर दुकान, गुमटी और बेकरी कार्निवल पर्यटकों के हिसाब से होती है. अधिकतर मुखौटे चीन या किसी और सस्ते देश से बन कर आते हैं.
वेनेटो के सैनिक
छोटी छोटी गलियों का कार्निवाल पर्यटकों के लिए नहीं होता, यहां सिर्फ वेनिस के ही लोग होते हैं. नाइट भारी पोशाकों में चिल्लाते हुए गुजरते हैं और इनके साथ ड्रम भी होते हैं. परेड ऑफ मारिया के लिए वेनेटो से ऐतिहासिक मास्क वाले लोग वेनिस पहुंचते हैं. वैसे तो यह परंपरा पुरानी है लेकिन सड़कों पर उत्सव 1979 से हो रहा है.
सैनिक उत्सव
वेनिस गणराज्य में कार्निवल सिर्फ मजे का त्योहार नहीं होता था बल्कि इसमें सैन्य प्रतियोगिताएं होती थीं. इसलिए मासिमो आंद्रेओली (मध्य में) 1430 के पैदल सैनिक का ड्रेस पहने हैं.
ड्रेस मास्टर
पीएत्रो लोंगी की दुकान छुपी हुई है. जिसे नहीं पता कि ये सिलाई की दुकान सान पोलो इलाके में है, वो इसे कभी नहीं ढूंढ पाएगा. लेकिन जिसे 3000 यूरो के टिकट वाले कॉस्ट्यूम बॉल में जाने का शौक है, उसके लिए कुछ सौ का गाउन खरीदना बड़ी बात नहीं.
सुंदर ड्रेस
इस ड्रेस का डिजाइन लोंगी को कोरेर म्यूजियम में मिला. इसकी कटिंग फ्रांचेस्को ब्रिगी ने की थी. महीन गोटे वाले रेशम से बनी ड्रेस की कीमत 15 हजार यूरो है. एक दिन किराए के पैसे ढाई सौ यूरो.
बच्चों का कार्निवल
वेनिस के लोगों को डर है कि कार्निवल सिर्फ पर्यटकों के लिए है और परंपरा से भटक रहा है. इसलिए दो साल में एक बार आयोजित किया जाता है बच्चों का कार्निवल. इसमें करीब छह हजार बच्चे आते हैं.
जर्मनी की मदद
जर्मनी से बॉन का आर्ट म्यूजियम बच्चों के कार्निवल में मौजूद होगा. बीएनाले चौक पर मुखौटे और पोशाक बनाए जाएंगे ताकि कार्निवल में कुछ रचनात्मक किया जाए.
वेनिस का नया जन्म
वेनिस को पर्यटन के बुरे असर से बचने के लिए नए तरीके खोजने होंगे. आयोजन करने वालों को लगता है कि बच्चों को कार्निवल के जरिए आर्किटेक्चर, फिल्म और कला की ओर खींचा जा सकता है
अलाफ!
जर्मनी की राइन घाटी और वेनिस का कार्निवल इस बार एक साथ आ रहे हैं है. बॉन के चाइल्ड प्रिंस और प्रिंसेस को वेनिस में बुलाया गया है. वेनिस में भी कार्निवल के बाद कैथोलिक ईसाइयों के उपवास का समय होता है.