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कैनवास के फिल्मी पर्दे पर फान गॉग की कहानी

रोहित जोशी१ अप्रैल २०१६

'लविंग विंसेंट' मशहूर डच कलाकार विंसेंट फान गॉग पर बन रही दुनिया की पहली ऐसी फिल्म है जिसके हर एक फ्रेम को कैनवास में ​हाथों से पेंट किया गया है.

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Van Gogh Museum Amsterdam Ausstellung Munch und Van Gogh
तस्वीर: Van Gogh Museum, Amsterdam

हालांकि फान गॉग पर मशहूर जापानी निर्देशक अकीरा कुरूशावा से लेकर कई दूसरे फिल्मकार भी महत्वपूर्ण फिल्में बना चुके हैं ​लेकिन 'लविंग विंसेंट' अपनी तरह की अनूठी फिल्म इसलिए है क्योंकि ये खुद फान गॉग की पेंटिंग तकनीक से बनाए गए चित्रों के जरिये उनकी कहानी कहती है.

फिल्म के हर एक फ्रेम के लिए एक पेंटिंग बनाई गई है और फिल्म के हर एक सेकंड में 12 ऑयल पेंटिंग्स शामिल हैं. कुल मिलाकर इसके लिए लगभग 56,000 चित्र तैयार किए गए हैं. यह काम उत्तर प्रभाववाद के चितेरे फान गॉग की ही तकनीक में काम करने वाले 100 से भी अधिक चित्रकारों ने मिलकर किया है.

'​लविंग विंसेंट' का निर्देशन पोलिश पेंटर और डायरेक्टर डोरोटा कोबिएला और ह्यू वेल्चमेंन कर रहे हैं जिन्हें 'पीटर एंड दि वोल्फ' को प्रोड्यूस करने के लिए ऑस्कर मिल चुका है. इस फिल्म को ब्रेकथ्रू फिल्म की ओर से प्रोड्यूस किया जा रहा है.

​इस मशहूर चित्रकार का ​जीवन निराशा से भरी एक गमगीन कहानी है. कई बार ये मिथक जैसी लगती है. विंसेंट के जीवन पर आधारित 1934 में आया इरविन स्टोन का उपन्यास 'लस्ट फॉर लाइफ' काफी चर्चित रहा था. बाद में इस उपन्यास पर भी इसी नाम से एक फिल्म भी बनाई गई.

'लविंग विंसेंट' के इस ट्रेलर को अब तक लाखों लोग देख चुके हैं और पूरी फिल्म के आने का ​इंतजार कर रहे हैं. इस फिल्म को कैसे बनाया जा रहा है यह दिखाने के लिए भी यू​ट्यूब में कुछ विडियो अपलोड किए गए हैं.