विस्फोटक वापसी की उम्मीद में स्पेन
२१ जून २०१०वर्ल्ड कप में खिताबी जीत के लिए जिन टीमों का नाम लिया जा रहा था उनमें स्पेन भी शामिल है. लेकिन पहले मैच के नतीजे से स्पेन के समर्थकों को झटका लगा है. स्विट्जरलैंड के खिलाफ स्पेन की जीत तय मानी जा रही थी लेकिन नतीजा उल्टा रहा. स्विस टीम ने ही स्पेन को 1-0 से पटखनी दी. अब स्पेन के लिए टूर्नामेंट में वापसी का मौका है. होंडुरास के खिलाफ अपना दूसरा मैच खेलना है और दूसरे दौर में पहुंचने के लिए उसे यह मैच जीतना जरूरी है.
स्पेन के कोच विसेंट देल बॉस्क ने साफ कर दिया है कि उनकी टीम धमाकेदार जीत दर्ज करने के लक्ष्य से ही मैदान पर उतरेगी. वैसे होंडुरास इतनी आसानी से स्पेन को आगे बढ़ने का मौका देने को तैयार नहीं है. होंडुरास के कोच राइनाल्डो रुएडा का मानना है कि स्पेन के खिलाफ टीम को समझ और सतर्कता से खेलना होगा और तभी मैच में उसे टक्कर दी जा सकती है. "हमें समझदारी के साथ गेम में आगे बढ़ना होगा. अगर आपके पास बॉल ही नहीं है तो आप हमला नहीं कर सकते."
रुएडा के मुताबिक टीम को संतुलित खेल का प्रदर्शन करना होगा. हर मैच अलग होता है और उनकी टीम स्विट्जरलैंड से काफी अलग है. स्पेन की तकनीकी दक्षता को तोड़ने के लिए होंडुरास को तेजी और लय के मिश्रण की जरूरत होगी. ग्रुप में टॉप पर स्विट्जरलैंड और चिली हैं. दोनों के तीन तीन अंक हैं और आज लीग में दोनो टीमें एक दूसरे के सामने होंगी.
एक अन्य मैच में पुर्तगाल को उत्तर कोरिया के साथ भिड़ना है. उत्तर कोरिया ब्राजील के खिलाफ मैच 2-1 से हार गई थी लेकिन अपने प्रदर्शन से उसने सबका दिल जीता. 1966 में इंग्लैंड में हुए वर्ल्ड कप में उत्तर कोरिया ने पुर्तगाल के खिलाफ मैच में 3-0 की बढ़त ले ली थी लेकिन फिर पुर्तगाल ने जबरदस्त वापसी करते हुए उत्तर कोरिया को 5-3 से हरा दिया. उत्तर कोरिया उसी हार का बदला लेने के लिए बेताब होगा और वर्ल्ड कप के अगले दौर में बढ़ने के सपने को पूरा होने के लिए यह मैच जीतना जरूरी है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: महेश झा