विमान दुर्घटना में पोलिश राष्ट्रपति की मौत
१० अप्रैल २०१०राष्ट्रपति काचिंस्की और उनकी पत्नी एक बड़े प्रतिनिधिमंडल के साथ द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सोवियत सैनिकों द्वारा लगभग 22 हज़ार पोलिश सैनिकों को मारे जाने की 70वीं वर्षगांठ के समारोह में भाग लेने रूस के कातिन जा रहे थे. उनका विमान स्मोलेंस्क हवाई अड्डे पर उतरने से कुछ पहले घने कुहरे में दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
विमान दुर्घटना में मरने वालों में पोलैंड के वरिष्ठ राजनीतिज्ञों के अलावा धार्मिक नेता, कम्युनिस्ट विरोधी शख्सियतें और कई वरिष्ठ सैनिक अधिकारी शामिल थे. स्मोलेंस्क के मेयर के हवाले से पोलैंड के टीवीएन 24 टेलिविज़न ने कहा है कि दुर्घटना में कोई जीवित नहीं बचा है. स्मोलेंस्क के गवर्नर ने विमान पर काचिंस्की के होने और उनके मरने की पुष्टि की है.
शुरू में यह साफ नहीं था कि टुपोलेव टीयू 154 विमान पर कितने लोग सवार थे. रूसी सूत्र 132 लोगों के विमान पर होने की बात कह रहे थे. लेकिन बाद में अधिकारियों ने कहा कि विमान पर 80 लोग और 7 कर्मी सवार थे.
दुर्घटना में मरने वालों में निर्वासन में पोलैंड के अंतिम राष्ट्रपति रिचार्ड काज़ोरोव्स्की, संसद के उप मार्शल जैर्ज़ी श्मादिंस्की, राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख व्लादिस्लाव स्टासियाक, उप विदेशमंत्री आंद्रे क्रेमर और सेना प्रमुख फ़्रांसिचेक गागोर शामिल हैं.
कातिन में नियोजित समारोह को रद्द कर दिया गया है. रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेद्वेदेव ने दुर्घटना की जांच के लिए प्रधानमंत्री व्लादीमिर पुतिन के नेतृत्व में एक जांच दल बनाया है. पूर्व राष्ट्रपति लेख वालेंसा ने दुर्घटना की खबर सुनने के बाद कहा कि "राष्ट्र की हस्तियों" की मौत हो गई है.
जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने लेख काचिंस्की की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है. दक्षिण अफ़्रीका का दौरा कर रहे विदेशमंत्री गीडो वेस्टरवेले ने पोलैंड के विदेशमंत्री और जर्मनी स्थित राजदूत को फ़ोन कर राष्ट्रपति की मौत पर शोक का इज़हार किया है. ग्रीन पार्टी के संसदीय दल के नेताद्वय रेनाटे क्युनस्त और युरगेन ट्रिटीन ने अपने शोक संदेश में कहा है कि काचिंस्की ने हमेशा अपने देश के हितों की वकालत की.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एम गोपालकृष्णन