1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

विदाई एक अनोखे राष्ट्रपति की

३१ मई २०१०

होर्स्ट कोएलर के नाम के साथ कई प्रथम जुडे हुए हैं. सबसे महत्वपूर्ण वह पहले राष्ट्रपति हैं जिन्होंने पद संभालने से पहले ही कह दिया था कि वह हर मुद्दे पर अपनी बेबाक राय देंगे.

https://p.dw.com/p/Ne3R
तस्वीर: AP

भारत की तरह जर्मनी में भी राष्ट्रपति के पद को सांकेतिक रूप से नहीं देखेंगें. वह एक सक्रिय नेता बनना चाहते थे. उन्होंने कई बार कहा है कि वह कभी राष्ट्रपति नहीं बनना चाहते थे. उनके शब्दों में, "सभी पार्टियों के प्रति तटस्थता मेरे लिए स्वाभाविक है. लेकिन यदि मुझे ऐसा लगता है कि जर्मनी के भाविष्य के लिए महत्वपूर्ण सवालों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, तब मुझे इन बातों को तो उठाना ही होगा."

कोएलर का मानना था कि वह सभी जर्मन लोगों के राष्ट्रपति हैं और जनता उन्हें आम आदमी की तरह देखे. वह पहले राष्ट्रपति थे जिन्होंने अपने कार्यकाल में कई बार भावनाओं को भी प्रकट किया. इस्तीफे की घोषणा करते वक्त भी उनकी आंखों में आंसू थे और उनकी आवाज़ कांप रही थी. वैसे उनके बारे में कहा जाता है कि वह बहुत हंसमुख व्यक्ति हैं.

कोएलर वाकई एक ऐसे इनसान हैं जिन्होंने दुनिया देखी है. वे पहले जर्मन राष्ट्रपति थे जिनका जर्मनी में नहीं बल्कि पोलैंड में हुआ. वह सात भाई बहनों के साथ कई बार शरणार्थी भी बने और गरीब परिवार में उनकी परवरिश हुई. वह हमेशा इस बात पर ज़ोर देते आए हैं कि हिम्मत कभी नहीं हारनी चाहिए. साथ ही मेहनत करना ही ज़िंदगी में सबसे ज़रूरी हैं. शायद इसलिए उन्होंने अपनी करियर में काफी तेज़ी से प्रगति की. अर्थशास्त्र की पढ़ाई करने वाले डॉक्टर कोएलर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के अध्यक्ष भी रहे हैं. साथ ही, वह पहले राष्ट्रपति हैं जिनका नाता राजनीति से नहीं रहा है. जब 2004 में जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने उन्हें राष्ट्रपति पद पर नामांकित किया, तो लोगों को बहुत हैरानी हुई.

कोएलर की एक बेटी और एक बेटा है. उनकी पत्नी एफा लुइसे हर वक्त उनके साथ ही दिखी हैं. आज भी उनके सबसे मुश्किल पल में उन्होंने कोएलर का साथ दिया. कोएलर कहते हैं कि उनकी पत्नी उनकी सबसे अहम सलाहकार हैं. कोएलर को अफ्रीका से बहुत लगाव रहा है. अफ्रीका की मदद करना और वहां के युवाओँ को प्रोत्साहन देना, उन्होंने अपने राष्ट्रपति होने का मकसद बताया था. अंत में यह भी कहना होगा कि कोएलर पहले जर्मन राष्ट्रपति भी बन गए जिन्होंने कार्यकाल के बीच में ही इस्तीफा दे दिया है.

रिपोर्टः प्रिया एसेलबोर्न

संपादनः ए कुमार