लॉरा बुश को जर्मनी में ज़हर दिए जाने का शक
३० अप्रैल २०१०समाचार पत्र न्युयार्क टाइम्स में इस संस्मरण के बारे में एक रिपोर्ट दी गई है. इसके अनुसार लॉरा बुश का कहना है कि शिखर भेंट के दौरान अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के कई सदस्य बीमार पड़ गए थे, जिनमें वे खुद और उनके पति राष्ट्रपति बुश भी शामिल थे. इसके बाद जर्मन डाक्टरों व अमेरिकी ख़ुफ़िया विभाग की ओर से जांच की गई थी कि कहीं उन्हें ज़हर तो नहीं दिया गया था.
पूर्व राष्ट्रपति की पत्नी का कहना है कि प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य तो चलने-फिरने की स्थिति में भी नहीं थे, जबकि एक अन्य सदस्य को अचानक सुनाई नहीं दे रहा था. राष्ट्रपति बुश खुद इतने गंभीर रूप से बीमार हो गए थे कि उन्हें बिस्तर पर लेटे रहना पड़ा और फ़्रांस के राष्ट्रपति निकोला सारकोज़ी से भेंट के दौरान वे बिस्तर से उठ नहीं पा रहे थे.
इस संस्मरण में यह भी कहा गया है कि जांच का कोई ठोस परिणाम नहीं निकल पाया. वे सिर्फ़ इतना जान सके कि सभी सदस्यों को एक ख़ास वाइरस से संक्रमित पाया गया, जो शिखर भेंट के स्थल हाइलिगेनडाम में अक्सर पाया जाता है. लॉरा बुश ने ध्यान दिलाया है कि किसी दूसरे प्रतिनिधिमंडल को ऐसे संक्रमण का सामना नहीं करना पड़ा था.
सन 2007 के इर्दगिर्द महत्वपूर्ण व्यक्तियों को ज़हर देने की कोशिश के कई मामले सामने आए थे. लॉरा बुश ने लिखा है कि सबसे बड़ी आशंका यह थी कि कोई ख़तरनाक ज़हरीला पदार्थ आतंकवादियों के हाथ लग गया है.
लॉरा बुश का यह संस्मरण जल्द ही प्रकाशित होने वाला है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: महेश झा