लद्दाख की बाढ़ में 33 जवान बहे
९ अगस्त २०१०ये सभी सैनिक सियाचिन के पास तैनात थे. तुर्कोक पोस्ट में ड्यूटी के दौरान जवान स्योक नदी में आई बाढ़ में बह गए. यह इलाका पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर की सीमा से सटा हुआ है. अधिकारियों ने आशंका जताई है कि सैनिक बह कर पाकिस्तानी सीमा में जा चुके हैं.
नई दिल्ली में भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सैनिकों का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. सेना का कहना है कि लापता जवानों का पता लगाने के लिए पाकिस्तानी प्रशासन से मदद मांगी गई है. सेना के एक अधिकारी ने कहा, ''हमें डर है कि जवान बहकर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की तरफ चले गए हैं. हमने पाकिस्तान से जवानों का पता लगाने में मदद मांगी है.''
33 में से 15 जवान बिहार इनफैंट्री रेजीमेंट के हैं. स्योक नदी में गुरुवार रात को बाढ़ आई थी, उसी दिन लेह में बादल फटने से भारी तबाही मची. सैन्य अधिकारियों का कहना है कि जवानों को मुश्किल हालत में रहने की ट्रेनिंग मिली हुई है.
इस बीच लेह में राहत और बचाव की कोशिशों में और तेजी लाई गई है. कुछ सड़कों को दुरुस्त कर दिया गया है. टेलीफोन और मोबाइल संपर्क भी दोबारा बहाल हो चुका है. अधिकारियों के मुताबिक अब तक 145 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. इनमें दो फ्रांसीसी नागरिक भी हैं. 500 लोग अब भी लापता हैं.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: महेश झा