रोमांटिक रुइगेन
चूने के सुंदर सफेद झक पहाड़, बाल्टिक सागर में उसकी जगह, पारंपरिक सीबाथ और सुंदर द्वीप रुइगेन की पहचान हैं.
चूने की चोटियां
रुइगेन में चूने की चोटियां सालों से लोगों के आकर्षण का केंद्र रही हैं. इन्हें पहचान पेंटर कास्पर डेविड फ्रीडरिष ने दिलाई. वह प्री रोमांटिक काल के कलाकार थे. ये चोटियां रुइगेन के यासमुंड नेशनल पार्क का हिस्सा हैं.
सुंदर तट
लंबे सुंदर तट 19वीं सदी की शुरुआत से पर्यटकों को अपनी ओर खींचते रहे हैं. समंदर किनारे पहला सी साइड रिजॉर्ट 1810 में खोला गया. बिंस, सासनित्स और सेलिन के अलावा भी कई रिजॉर्ट खुले.
सेलिन
रुइगेन के सभी रास्ते इस होटल की ओर आते हैं. समंदर में 400 मीटर अंदर तक बने इस रिजॉर्ट में आना लोग बहुत पसंद करते हैं. यहां रेस्तरां भी हैं और गोता लगाने की संभावना भी.
ऐतिहासिक परंपरा
इस द्वीप पर बढ़िया रोशनी और हवा वाले खूब सारे विला हैं. यहां के होटल भी 18वीं सदी के अंत और 19वीं सदी की शुरुआत में मशहूर स्टाइल में बने हैं. सभी घरों में बाल्कनी और छोटे टावर.
छायादार रास्ते
लंबे हरे छायादार रास्तों की यहां कोई कमी नहीं है. यहां लगे कुछ पेड़ सौ साल से भी ज्यादा पुराने हैं. यहां की कई ऐसी सड़कें प्राकृतिक तौर पर संरक्षित हैं. डॉयचे आलेनश्ट्रासे नाम की सड़क करीब 2,900 किलोमीटर लंबी है और रुइगेन से ही शुरू होती है.
फूस की छत
सिरको नाम के गांव में पारंपरिक घर देखे जा सकते हैं. खेती की पुरानी मशीनें, फर्नीचर, घर का बाकी सामान देखा जा सकता है. इन पुरानी चीजों के जरिए पर्यटक पुराने दौर में जा सकते हैं और महसूस कर सकते हैं कि लोग कैसे रहते थे.
सुंदर किला
मेक्लेनबुर्ग वेस्ट पोमेरेनिया में पर्यटकों की सबसे बड़ी पसंद रुइगेन में है. ये है याग्डश्लॉस ग्रानित्स. इसे 1837 में विल्हेल्म माल्टे प्रथम त्सु पुटबुस ने बनवाया था. बिंस के नजदीक एक पहाड़ी पर ये किला बसा है. कभी शिकार करने आए रईस यहां रहते थे.
रहने का किला
ग्रानित्स किले के पास रुइगेन में एक से एक इमारतें बनी हुई हैं. इनमें से कुछ अब होटल हैं, तो कुछ सिर्फ बाहर से ही देखी जा सकती हैं. वहीं 1868 में बना क्लाइन लिष्टेनश्टाइन नाम के किले में अभी भी उसके मालिक रहते हैं. ये बाडेन व्युर्टेम्बर्ग के लिष्टेनश्टाइन किले की कॉपी है.
प्रोरा
1930 के दशक में बाल्टिक सागर में सासनित्स और बिंस के बीच नेशनल सोशलिस्ट पार्टी (नाजी) ने अपने कर्मचारियों के लिए यह बड़ी सी इमारत बनाई थी. आठ ब्लॉक्स में बनी इमारत करीब साढ़े चार किलोमीटर लंबी है और इसमें 20,000 के रहने की व्यवस्था थी.
पानी से
रुइगेन पुल या रुइगेन डैम से होते हुए इस द्वीप पर पहुंचा जा सकता है. यह पुल श्ट्रालसुंड को रुइगेन से जोड़ता है. फेरी से भी यहां पहुंचा जा सकता है.