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रूस ने समुद्री लुटेरों के छक्के छुड़ाए, जहाज़ मुक्त

७ मई २०१०

रूस की नौसेना ने सोमालियाई लुटेरों की खाट खड़ी करते हुए रूसी तेल टैंकर छुड़ाया. तेज़ तर्रार सैनिक कार्रवाई में एक लुटेरा मारा गया, 10 ग़िरफ़्तार. अभियान में शामिल सैनिकों को सम्मानित किया जाएगा.

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तस्वीर: AP

रूसी अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि उनकी सेना ने रूस के तेल टैंकर को अदन की खाड़ी में सोमालिया के समुद्री डाकुओं से छुड़ा लिया है और जहाज़ के 23 कर्मचारियों को बचा लिया है. इस टैंकर जहाज़ पर सवा पांच करोड़ डॉलर का कच्चा तेल था. पकड़े गए दस समुद्री डाकुओं को पास के युद्धपोत पर ले जाया गया.

जांचकर्ताओं ने पहले घोषणा की थी कि लुटेरों को मॉस्को लाया जाएगा लेकिन फिर फैसला बदला गया. फिलहाल मामले पर आख़िरी फ़ैसला लिया जाना बाकी है.

इस सैनिक कार्रवाई से रूस के उत्साह में बढ़ोतरी हुई है. क्योंकि समुद्री डाकुओं से लड़ने के लिए तट से दूर रूस के पास सीमित साधन हैं.

बधाई और मेडल

रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेद्वेदेव ने रक्षा मंत्री अनातोली सेरद्युकोव को बधाई दी है और बचाव अभियान में शामिल सभी सैनिकों को मेडल देने की घोषणा की. मेद्वेदेव ने कहा कि यह कार्रवाई सटीक, व्यावसायिक और तेज़ थी. अभियान में रूसी हैलिकॉप्टर ने भी सहायता की. समुद्री डाकुओं ने पहले तो हैलिकॉप्टर पर गोलियां बरसाईं लेकिन जैसे ही रूस ने भारी कैलिबर मशीन से गोलिया दागी तो डाकुओं ने रेडियो से समर्पण करने की घोषणा की. जहाज़ कर्मिदल 20 घंटे एक कैबिन में बंद था जहां डाकू नहीं पहुंच सके थे. रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि जहाज़ चीन की तरफ आगे जा सकता है.

Piratenlogo in Mombasa
समुद्री लुटेरों का आतंकतस्वीर: picture alliance / dpa

कहर जारी है

सोमालियाई समुद्री डाकुओं ने कई देशों की जहाज़ कंपनियों और बीमें से लाखों डॉलर की फिरौती ली है और अब भी जहाज़ों का अपहरण कर रहे हैं. सोमालिया में मूलभूत संरचना की कमी है और कानूनी व्यवस्था भी नहीं है. पकड़े गए डाकुओं किस देश में पर मुकदमा चलाया जाए, इस पर अंतरराष्ट्रीय मतभेद बरकरार हैं. यही वजह है कि अधिकतर कार्रवाइयों के बाद लुटेरों को छोड़ना पड़ता है.

केनिया और सेशेल्स द्वीप पर कई डाकुओं के खिलाफ मुकदमे चलाए गए लेकिन अब वह भी कह चुके हैं कि आगे मुक़दमे नही चलाए जाएंगे.

विशेष अदालत की सलाह

पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सलाह दी कि इस मामले के लिए ख़ास अदालतें बनाई जाएं. रूसी राष्ट्रपति मेद्वेदेव का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मुद्दे पर पीछे हट रहा है. हम जानते हैं कि ये एक बुराई है लेकिन फिर मिलकर हम कैसे लड़ें, इस पर सहमति नहीं बन पा रही है.

2008 में यूक्रेन के वाले कार्गो जहाज़ के अपहरण और रूसी कप्तान की मौत से बाद से सोमालिया के तट के आस पास रूसी सेना अपने जहाज़ों की सुरक्षा करती है.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे

संपादनः ओ सिंह