यूरोप के प्रेरणास्पद जंगल
24 मई यूरोपीय पार्क दिवस के रूप में मनाया जाता है. वन संरक्षण का एक अहम हिस्सा हैं यूरोप के संरक्षित इलाके, जहां प्रकृति के अजूबों को संभाल कर रखा जाता है.
ट्रीग्लाव: ऑर्किड और एडेलवाइस
माउंट ट्रीग्लाव के नाम पर ही स्लोवेनिया के एकलौते राष्ट्रीय उद्यान का नाम पड़ा है. ट्रीग्लाव शब्द का अर्थ है तीन सिरों वाला. ये नाम कैसे पड़ा इसको लेकर कई कहानियां हैं. कुछ लोग मानते हैं कि किसी ओर से भी देखने पर इस पहाड़ी में तीन चोटियां दिखाई देती हैं. कई दूसरे मानते हैं कि एक स्वालिक देवी के नाम पर ही पहाड़ी का यह नाम पड़ा, जिनका सिंहासन पहाड़ की चोटी पर है.
बियालोवीत्सा: यूरोप के सबसे पुराने जंगल
यह राष्ट्रीय पार्क कई शताब्दियों तक पोलिश और फिर रूसी सम्राटों के लिए आरक्षित शिकारगाह रहा. बियालोवीत्सा नेशनल पार्क अब यूरोप का अंतिम बचा आदिम तराई वाला जंगल है. यहां पाए जाने वाले बाइसन के अंधाधुंध शिकार के कारण 20वीं सदी के प्रारंभ में ही वे विलुप्त हो गए. इन इलाकों में उन्हें दुबारा लाकर बसाया गया है.
सैक्सन स्विट्जरलैंड: जर्मन रूमानियत
जर्मनी और चेक गणराज्य की सीमा पर स्थित है सैक्सन स्विट्जरलैंड नेशनल पार्क. अगर आप भी सृजनात्मक प्रेरणा की तलाश में हों, तो निकल पड़िए उसी पग पर जिसे पहले कई मशहूर चित्रकार तय कर चुके हैं. इसे "मालरवेग" यानि चित्रकारों का रास्ता कहा जाता है, जो करीब 112 किलोमीटर लंबा बेहद खूबसूरत मार्ग है.
एटना: राक्षस वाले पहाड़
ग्रीक पौराणिक कथाओं में टाइफोन नाम के एक शैतान का जिक्र आता है जिसने देवताओं के राजा जियुस से युद्ध किया था. जियुस ने इस राक्षस को माउंट एटना में ही कैद कर दिया. यह आज भी एक सक्रिय ज्वालामुखी है, जिससे जब जब लावा फूटता है लोग टाइफोन के गुस्से को याद करते हैं. मगर असल में लावे के कारण आसपास की धरती काफी उपजाऊ हो गई है और यहां खूबसूरत लैंडस्केप हैं.
प्लिटवीत्से झील: विनेटू फिल्मों की पृष्ठभूमि
हर साल दस लाख से भी अधिक सैलानी क्रोएशिया की इस प्लिटवीत्से नेशनल पार्क को देखने पहुंचते हैं. यहां 16 झीलों का एक जाल सा बिछा है और इसमें चूना पत्थर की प्राकृतिक सीढ़ियां बन गई हैं. यहां काऊब्वॉय की कहानियों वाली कई विनेटू फिल्मों की शूटिंग की गई है. ऐसी ज्यादातर फिल्में प्रसिद्ध जर्मन लेखक कार्ल माय की किताबों पर आधारित हैं.
टाट्रा: जहां भालू करते हैं जंगल का पीछा
टाट्रा पर्वत श्रृंखला का विस्तार पोलैंड से लेकर स्कोवाकिया के नेशनल पार्कों तक है. यहां के घने जंगल और अल्पाइन घास के मैदान ब्राउन बीयर, लिंक्स, भेड़िये, मारमोट और भी कई तरह के जीवों का निवास स्थान है. यहां पाए जाने वाले स्पॉटेड गरुड़ पक्षी अपनी ऊंची उड़ानों में इलाके का सबसे शानदार नजारा देख पाते होंगे.
लॉख लोमॉन्ड एंड दि ट्रोसाख्स: महाकाव्य की प्रेरणा
कवि वॉल्टर स्कॉट ने ट्रोसाख्स में ही अपनी मशहूर कविता "लेडी इन द लेक" लिखी थी. लॉख लोमॉन्ड और दि ट्रोसाख्स नेशनल पार्क ऐसे कई महाकाव्यों के लिए प्रेरणा बने हैं. स्कॉटलैंड के भूले बिसरे अतीत की कितनी ही झलकियां यहां आज भी देखने को मिलती हैं.
ग्रान पाराडिसो: अल्पाइन आईबैक्स का स्वर्ग
1920 में अल्पाइन आईबैक्स को बचाने के मकसद से इटली का पहला नेशनल पार्क ग्रान पाराडिसो बनाया गया. तब खत्म होने के कगार पर पहुंच चुकी सींग वाली बकरियों जैसे आईबैक्स आज किसी भी सैलानी को आसानी से दिख जाएंगे. 100 साल पहले यहां से गायब हो चुके दाढ़ी वाले गिद्धों को भी दुबारा यहां बसाया जा रहा है.