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यूट्यूब पर मंथन

३० अगस्त २०१३

हिंदी वेबसाइट पर लिखे आर्टिकल्स के अलावा पाठको ने हमारी वीडियो रिपोर्टों को भी सराहा है, मंथन कार्यक्रम शनिवार न देख पाने वाले यूट्यूब पर देख रहे हैं, जान कर हमें खुशी हुई. क्या लिखा है उन्होंने संदेशों में, आइए जानें.

https://p.dw.com/p/19Z74
Sendungslogo TV-Magazin "Manthan" (Hindi)
तस्वीर: DW

शानिवार को दूरदर्शन पर अपना पसंदीदा और लोकप्रिय मंथन देखना संभव नहीं हो पाता, लेकिन यूट्यूब पर मंथन के सभी एपिसोड आसानी से देख लेता हूं, आगामी दिनों में डॉयचे वेले और मंथन का प्रचार स्थानीय स्कूलोँ में करने की योजना है, हो सके तो क्लब को प्रचार हेतु कुछ सामग्री भेजने की की कृपा करें, मंथन क्विज की पहल लाजवाब है, एक सस्ते मोबाइल पर ही हम डीडब्ल्यू से जुड़े हुए हैं, ऐसे में लैपटॉप जीतने का मौका...वाकई सराहनीय प्रयास है. हम किस तरह इसमें हिस्सा ले सकते हैं कृपया विस्तार से बताएं. क्या हम मोबाइल के जरिए हिस्सा ले सकते हैं? क्योंकि लैपटॉप या कम्प्यूटर की सुविधा हमारे पास नहीं है.

डॉयचे वेले के प्रति अपने भावों को कविता में ढाल कर हमारे एक पाठक ने लिखा है:

कितना सुंदर कितना निर्मल कराता हमें एहसास है,
हमें खुशी है कि डॉयचे वेले हमारे साथ है,
हर श्रोता, हर पाठक है डॉयचे वेले के पास, चाहे रहता कहीं वह दूर है,
क्योंकि डॉयचे वेले मनोरंजन कराता हमें भरपूर है,
सत्य अहिंसा और ज्ञान से परिपूर्ण इसकी हर बात है..
हमें खुशी है कि डॉयचे वेले हमारे साथ है!

आबिद अली मंसूरी, पैगानगढ़ी-मीरगंज, बरेली, उत्तर प्रदेश

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रेगिस्तान में हरियाली दूर नहीं

इस्राएली तकनीक दुनिया-भर के मरुस्थलों को हरा-भरा कर देने में सक्षम है, इसमें संदेह है क्योंकि बूंद-बूंद सिंचाई प्रणाली में पानी की कम खपत में अच्छी पैदावार हासिल की जा सकती है लेकिन पानी तो होना चाहिए. थार मरुभूमि के अधिकांश हिस्सों में पानी बहुत गहराई में पाया जाता है वह भी क्षारीय. जो जमीन के उर्वरता को खत्म कर देता है. फ्लोराइड युक्त पानी पाइपों और उसके सिस्टम को जाम कर देता है. हालांकि मरुभूमि है बहुत उपजाऊ लेकिन इस क्षेत्र में अभी और प्रयास करने की दरकार है. सुदूर नदियों के जल को नहरों के सहारे मरुभूमि तक लाया जाए तो कोई बात बने.

माधव शर्मा, नोखा जोधा, नागौर, राजस्थान

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Kater Caruso lässt sich am 01.08.2013 in «PeePees Katzencafé» in Berlin-Neukölln am Tisch streicheln. In Berlins erstem Katzencafé sind zwei Katzen zu Hause, die sich in den Räumlichkeiten frei bewegen können. Foto: Matthias Balk/dpa
तस्वीर: picture-alliance/dpa

'बर्लिन में कैट कैफे' और 'बुल्गारिया की ध्यान लगाने वाली पहाड़ी' लेख से बहुत रोचक जानकारी मिली. सितंबर में जर्मन संसदीय निर्वाचन के पहले विभिन्न राजनीतिक दलों की कार्यसूची, राजनीतिक गठबंधन, निर्वाचन से पहले विश्लेषण, निर्वाचन प्रक्रिया, जर्मन अर्थनीति में सुधार और यूरो संकट को खत्म करने में जर्मनी अर्थनीति की भूमिका के बारे में पर्याप्त तथ्यों के साथ जानकारी देंगे तो पाठकों का इन विषयों में ज्ञान बढ़ेगा. जर्मन संसदीय चुनाव में अप्रवासियों का योगदान चुनाव के परिणाम पर कितना प्रभाव डालता है, इस विषय पर भी कुछ जानकारी दें तो बेहतर होगा. '100 साल की जलपरी' और 'जर्मनी की याद दिलाते हैं ये...' तस्वीरों में और उनका व्याख्यान लाजवाब था. रिमझिम गिरे सावन के विविध रूप को लेकर आकर्षक तस्वीरों के साथ "फिर भिगो गया सावन..." गैलरी का कोई जवाब नहीं. 'रेगिस्तान को रोकता नीम' लेख से फायदेमंद, महत्वपूर्ण, जीवनदायी, गुणकारी पेड़ के बारे में बहुत सारी जानकारी प्राप्त हुई.

सुभाष चक्रबर्ती, नई दिल्ली

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डीडब्ल्यू हिंदी का मैं बहुत ही शुक्रगुजार हूं कि मेरे पत्र को अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित किया. मेरे सभी मित्र व परिवार को बड़ी खुशी हुई. मंथन में हमें अच्छी अच्छी जानकारियां तो मिलती ही है उससे अधिक आपकी डीडब्ल्यू हिंदी की वेबसाइट पर असंख्य जानकारियां मिलती हैं जिसे हम अपने मित्रों और परिवारों में शेयर करते रहते हैं. आज सभी के पास मोबाइल और इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध है, सब अपने अपने ढंग से उसका उपयोग करते हैं तथा एक सीमा तक ही सीमित थे. डीडब्ल्यू हिंदी से हमें नई नई बातें सीखने को मिल रही हैं जिसकी वजह से यह सीमा रेखा अब काफी आगे जा रही है. ज्यादा लोग डीडब्ल्यू हिंदी से जुड़ सके इसके लिए मैंने इंटरनेट चलाने वाला एक सेकेंडहैंड मोबाइल खरीदा है जिसका उपयोग डीडब्ल्यू हिंदी के प्रचार के लिए ही होगा. डीडब्ल्यू हिंदी पर प्रतिदिन एक सवाल का निशान आता है उसी तरह मैंने भी सोचा है कि प्रतिदिन एक व्यक्ति को डीडब्ल्यू हिंदी की जानकारी दूंगा.

प्रमोद आर. भराटे, जलना, महाराष्ट्र

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संकलनः विनोद चड्ढा

संपादनः एन रंजन

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