यूएस ओपन में भारतीय उम्मीद
२७ अगस्त २०१३भारत के सबसे सफल टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस को चेक गणराज्य के जोड़ीदार रादेक स्टापेनेक के साथ अमेरिकी ओपन मुकाबले में उतरना है. इस जोड़ी को चौथी वरीयता दी गई है. 1991 का जूनियर विंबलडन और 1996 ओलंपिक में कांस्य पदक जीत चुके पेस ने सात ग्रैंड स्लैम डबल मुकाबले जीते हैं, जिनमें 2009 सहित दो अमेरिकी ओपन भी शामिल हैं.
उन्हें रूस के दिमित्री टर्सनोव और फिनलैंड के यारको निमाइनेन के खिलाफ अभियान की शुरुआत करनी है. हाल में पेस ने कनाडा के डेनियल नेस्टर के साथ मिल कर विंस्टन सलेम खिताब जीता है लेकिन अमेरिकी ओपन के लिए वह अपने नियमित चेक जोड़ीदार के साथ आए हैं. 40 साल के पेस अपने करियर के आखिरी पड़ाव में समझे जाते हैं. हालांकि पिछले कुछ सालों में उन्हें शानदार कामयाबी भी मिली है. सात डबल ग्रैंड स्लैम के अलावा उन्होंने छह मिक्स्ड डबल खिताब भी जीते हैं.
भारत के रोहन बोपन्ना फ्रांस के एडवर्ड रोजर वेसलीन के साथ फ्लशिंग मीडोज कोर्ट पर उतरेंगे. इस जोड़ी को छठी वरीयता दी गई है और उनका सामना अमेरिका के ब्रैडले क्लैन और सैम क्वेरी की जोड़ी से होनी है.
भारत के एक और बड़े खिलाड़ी महेश भूपति को इस बार कोई वरीयता नहीं दी गई है. उन्होंने जर्मनी के फिलिप पेट्शनर के साथ जोड़ी बनाई है. उन्हें पहले ही दौर में कनाडा के डेनियल नेस्टर और वासेक पोस्पिसिल से खेलना है. अगर यह मैच जीत भी लें तो क्वार्टर फाइनल में उनकी टक्कर अमेरिका के शीर्ष वरीयता वाले माइक और बॉब ब्राउन की जोड़ी से होगी.
हालांकि भारत इस बार डबल मुकाबलों में जबरदस्त मौजूदगी दे रहा है. दिवीज शरण ताइपे के येन सुन लू के साथ खेल रहे हैं. एकल मुकाबले में भारत की चुनौती सिर्फ सोमदेव देववर्मन के रूप में होगी. वह पांचवीं बार अमेरिकी ओपन में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं. उन्हें पहले दौर में लुकास लाको के खिलाफ खेलना है. देववर्मन का कहना है, "लुकास बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं और पिछले पांच छह साल से उनकी गिनती शीर्ष 100 खिलाड़ियों में हो रही है. मेरा पहला मुकाबला बहुत मुश्किल है लेकिन मैं कोई कसर नहीं रखूंगा."
उनका कहना है कि अमेरिका में काफी भारतीय टेनिस प्रेमी हैं, "मैं जहां भी खेलता हूं, बड़ी संख्या में दर्शक आते हैं और आपको पता है कि जहां इतने भारतीय होंगे, वहां कितना शोर होगा. इससे मेरा हौसला बढ़ता है."
महिला वर्ग में सानिया मिर्जा और चीन की जे झेंग को पहले दौर में ही जर्मनी की एनिका बेक और पोर्टो रिको की मोनिका पुइग से भिड़ना है.
रिपोर्टः नॉरिस प्रीतम, नई दिल्ली
संपादनः अनवर जे अशरफ