मौलवी फजलुल्लाह की मौत, तालिबान का इनकार
२७ मई २०१०पाकिस्तान की स्वात घाटी में तालिबान के मुखिया फजलुल्लाह के साथ उसके छह और साथियों के मारे जाने की भी रिपोर्ट है. पूर्वी क्षेत्र में अफगान सीमा बल के प्रमुख मोहम्मद जमां मैमोजाई ने बताया कि यह झड़प अफगानिस्तान में नूरीस्तान प्रांत के बर्ग मतल जिले में हुई जो पाकिस्तानी सीमा के बेहद नजदीक है. उनके मुताबिक, "कल रात अफगान सीमा पुलिस के साथ हुई झड़प में मौलवी फजलुल्लाह की मौत हो गई है." उन्होंने इससे ज्यादा ब्योरा नहीं दिया. वहीं तालिबान ने इस झड़प की पुष्टि की है लेकिन कहा है कि इसमें कोई विदेशी आतंकवादी शामिल नहीं था.
बर्ग मतल में अफगान बलों और उग्रवादियों के बीच कई दिनों की झड़प के बाद फजलुल्लाह की मौत की खबर सामने आई है. लेकिन बाजौड़ में तालिबान के प्रमुख मौलवी फकीर मोहम्मद ने मीडिया की खबरों को गलत बताते हुए कहा कि फजलुल्लाह अफगानिस्तान में किसी हमले की कार्रवाई का नेतृत्व कर रहा है. उसके मुताबिक, "वह नूरीस्तान में हो सकते हैं क्योंकि तालिबान सीमा की तरफ बढ़ रहे हैं." वहीं अफगानिस्तान के कुनार और नूरीस्तान प्रांत से लगने वाले चित्राल के एक उच्च पुलिस अधिकारी जफर खान ने कहा है कि पिछले दो दिनों से नूरीस्तान में जारी लड़ाई में फजलुल्लाह के शामिल होने की खबरें थी लेकिन इनकी पुष्टि नहीं हुई.
पिछले साल बीसीसी को दिए एक इंटरव्यू में फजलुल्लाह ने बताया था कि स्वात घाटी में पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई से बच कर वह अफगानिस्तान में पहुंच गया है. स्वात में अब भी पाकिस्तान के 30,000 सैनिक मौजूद हैं लेकिन इस बात के संकेत भी बराबर मिल रहे हैं कि तालिबान वहां वापसी की कोशिश में है.
ऐसे में सुरक्षा जानकार फजलुल्लाह की मौत की खबर के बाद स्वात में स्थिरता की उम्मीद कर रहे हैं. पाकिस्तान के कबायली इलाकों में सुरक्षा प्रमुख रहे महमूद शाह कहते हैं, "स्वात में शायद बहुत स्थिरता आएगी, लेकिन समूचे तालिबान में उसकी हैसियत ज्यादा नहीं थी."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ए जमाल