मौजूदा चैंपियन इटली की ड्रॉ से फीकी शुरुआत
१६ जून २०१०चार बार वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी इटली अपने पहले मैच के लिए दबाव में खेलने उतरी क्योंकि इस बार उससे ज्यादा उम्मीदें नहीं लगाई जा रही हैं. और जिस तरह से मैच का नतीजा सामने आया उससे साफ हो गया कि इस बार खिताब के नजदीक पहुंचने के लिए इटली को और जोर लगाना होगा. वैसे कुछ कहना इसलिए जल्दबाजी होगी क्योंकि आमतौर पर माना जाता है कि बड़े टूर्नामेंट में इटली धीमी शुरुआत ही करता है.
फैबियो कैनावोरो के नेतृत्व में खेलने के लिए उतरी इटली की टीम को पराग्वे के एंतोलिन अलकराज ने 39वें मिनट में गोल ठोंक कर सन्न कर दिया. स्टेडियम में मौजूद इटली के प्रशंसकों के लिए यह वह शुरुआत नहीं थी जिसका वे इंतजार कर रहे थे. इटली ने विपक्षी टीम की बढ़त उतारने के भरसक प्रयास किए और उसे आखिरकार सफलता मिल गई.
पराग्वे के गोलकीपर जस्टो विलर कॉर्नर से आई बॉल को दूर नहीं धकेल पाए जिसका फायदा उठाकर दूसरे हाफ के आठवें मिनट में रोस्सी ने गोल कर दिया. स्कोर 1-1 हो गया और इटली मैच में वापस आ गया. एक गोल से पिछड़ने और फिर बराबरी के बाद इटली ने अपने रंग में आने की कोशिश की और कई हमले किए लेकिन उन्हें गोल में तब्दील नहीं किया जा सका.
लेकिन इटली के लिए अब एक परेशानी खड़ी हो गई है. गोलकीपर के रूप में उसकी पहली पसंद गियानलूगी बफून को पराग्वे के खिलाफ मैच के दौरान हाफ टाइम में हटना पड़ा. टीम मैनेजर मार्सेलो लिप्पी ने कहा है कि बफून को कमर में परेशानी की वजह से मैच से बाहर आना पड़ा. "वॉर्म अप मैच के दौरान भी उनकी कमर में दर्द था लेकिन वह मैच में खेलना चाहते थे. पहले हाफ के बाद उन्होंने कह दिया कि वह और नहीं खेल पाएंगे."
इटली का अगला मैच रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ होना है और बफून के खेलने पर निर्णय डॉक्टरी जांच के बाद ही आ पाएगा. टीम मैनेजर लिप्पी के मुताबिक वह अभी नहीं कह सकते कि बफून को ठीक होने में कितना समय लगेगा लेकिन यह निश्चित है कि उनके जल्द ठीक होने की लिए इटली में दुआएं शुरू हो गई होंगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: एन रंजन