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'मैं बहुत बहुत खुश हूं'

३ सितम्बर २०१०

पुरस्कार पाने की खुशी, कार्यक्रम के बारे में अपनी राय, कभी शिकायतें तो कभी बहुत तारीफ, ये सब कुछ श्रोता हमसे बांटते रहते हैं. हमें इमेल के ज़रिए अपनी भावनाएं पहुंचाते रहते हैं. ऐसे ही एक श्रोता की खुशी आईपॉड जीतने पर.

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आईपॉड के विजेता आतिश भट्टाचार्यतस्वीर: Atish Bhattacharya

"मैं यह बताने के लिए यह पत्र लिख रहा हूं कि मैं बहुत बहुत खुश हूं. डीडब्ल्यू हिंदी का तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहूंगा क्योंकि मुझे अप्रैल महीने की पहेली के विजेता के रूप में आईपॉड मिल गया है. पिछले दस सालों से भी ज्यादा आपका कार्यक्रम सुन रहा हूं. मुझे आपके लगभग सभी प्रोग्राम बहुत अच्छे लगते है क्योंकि यह न केवल मनोरंजन से भरा हुआ रहते हैं, बल्कि इससे मुझे बहुत कुछ सीखने को भी मिलता है. जर्मनी तथा सारे विश्व के बारे में कुछ भी जानने के लिए आपका प्रोग्राम सुनना सबसे लाभदायक साबित होता है. मैं अपना ज्ञान बढ़ाने के लिए हर रोज आपका प्रोग्राम सुनने की कोशिश करता हूं. मगर रोज पत्र लिखने का समय निकल नहीं पाता, इसके लिए मै आपसे माफ़ी चाहता हूं. वेबसाइट हर रोज़ एक बार देखना मेरा अभ्यास हो गया है. मैं कोशिश करूंगा आपका कार्यक्रम सुनने के बाद नियमित रूप से आपको पत्र भेजने का. मैं इस पत्र के साथ आपको एक फोटो भेज रहा हूं जिसमे मैंने आपका भेजा आईपॉड हाथ में लेकर बहुत खुश दिखाई दे रहा हूं. वाकई मैं बहुत खुश हूं.

आतिश भट्टाचार्य, गांव हमीरपुर, जिला पश्चिम मेदिनीपुर, पश्चिम बंगाल

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Frauen Ost Kongo Afrika Flash-Galerie
तस्वीर: Ute Schaeffer

कैमेरून में लड़कियों के छोटे उम्र में स्तनों को रगड़कर सपाट करने की क्रूर प्रथा के बारे में जानकार काफी धक्का लगा. अंतरा सुनने से हमें आज तक स्त्रियों पर होने वाले बहुत से अत्याचारों की जानकारी मिली है जो आज तक कभी सुनने को नहीं मिली थी. अफ्रीका में स्त्रियों के खिलाफ अत्याचार करनेवाली उनकी अपनी मां ही है यह सबसे ज्यादा परेशानी वाली बात है और जो शिक्षा की कमी के कारण ही हो रही है. वेस्ट वॉच में हैमबर्ग स्थित तैयबा मस्जिद बंद करने पर वहां के लोंगों की प्रतिक्रिया और बवाल पर प्रसारित जानकारी सुनी. चुना गया विषय काफी गंभीर था और मेरा विचार है कि मस्जिद के बंद करने पर फिर से विचार होना जरुरी हैं. मैच पॉइंट में क्रिकेट में होने वाले मैच फिक्सिंग पर बताई गई जानकारी काफी गंभीर थी. पाकिस्तानी प्लेयर्स बेनकाब हुए इसका मतलब बाकि देश भी फिक्सिंग से अछूते नहीं होंगे. सिर्फ बेनकाब नहीं हुए है और इसके आगे क्रिकेट खेल शक के घेरे में ही रहेगा. लाइफ लाइन में पर्यावरण पैकेज़ से पर्यावरण रक्षा के प्रयास और महाकीटाणु एनडीएम के बारे में जानकारी सुनने को मिली जो जानकारीयुक्त और महत्वपूर्ण थी.

सविता और संदीप जावले, मार्कोनी डी एक्स क्लब, परली वैजनाथ (महाराष्ट्र)

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Alain Robert in Sydney
तस्वीर: AP

स्पाइडरमैन' एलन सिडनी में गिरफ्तार - चाहे लाख पहरे लगा दे या जेल में बंद कर दे, स्पाइडरमैन जैसे कलाकार को कोई रोक नहीं सकता है. बीस मिनट में 151 मीटर 57 मंजिले इमारत पर चढ़ जाना कोई मामूली बात नहीं है. , स्पाइडरमैन ने इसे कर दिखाया और देखे हजारों लोग. काश! मैं भी यह नज़ारा अपनी आंखों से देख पाता कितना अविस्मरणीय होगा यह क्षण. , स्पाइडरमैन को ऐसे हैरत अंगेज कारनामे करने के लिए सलाम.

एस. बी. शर्मा, जमशेदपुर, झारखण्ड

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प्रधानमंत्री पोछा मारें तो भी कुछ नही होगाः मोदी - मोदी जी की बात है,सोलह आने सत्य, भ्रष्टाचारों ने किया देखो कैसा कृत्य. देखो कैसा कृत्य देश की कैसे बचे प्रतिष्ठा, सिंहासन है मौन, देश से कैसी निष्ठा. कह प्रदीप मत करो कलंकित भारत मां की गोदी, कुछ भी करो उपाय, जगाते तुमको मोदी.

प्रदीप भारद्वाज कवि,ईमेल से

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माफी मांगें प्रधानमंत्री मनमोहनः मोदी - जब देश में एक साथ कई बम धमाके हुए थे तब कांग्रेस सरकार द्वारा यह प्रचार किया गया था कि आतंकवाद का कोई रूप नहीं होता. उस समय ये धमाके मुस्लिम युवकों द्वारा देश के कई भागो में किये गए थे. अब कांग्रेस के मंत्री कह रहे है कि भगवा आतंक का रूप है. मंत्रीजी आपकी कौन सी बात सही है. अब भगवा आतंक का रूप कैसे हो गया है. अपनी संस्कृति को पहचानो, वोटो की गन्दी राजनीति मत करो, इतिहास आप जैसे लोगो को कभी माफ़ नहीं करेगा.

दयानंद पूनिया, ईमेल से

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तालिबान ने दो नाटो ठिकानों पर हमला किया - आज अमेरिका खुद अपनी ही बुनी चादर में फंस गया है जिससे वह लाख निकलना चाहे फिर भी नहीं निकल सकता क्योंकि सैनिकों के जाने के बाद तालिबान फिर सर उठाएगा और सारी दुनिया अमेरिका की थू थू करेगी. जिस देश के लोग खुद को मानव बम बनाकर अपने को बुरी मौत देते है उसे इन्सान तो क्या भगवान भी नहीं समझा सकता, लेकिन अमेरिका करे तो क्या करे, उसने जलती आग में अपने आप को डाल लिया है.

निर्मल सिंह राणा, ईमेल से

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मनमोहन देखेंगे पीपली लाइव - किसानों के द्वारा की जा रही आत्म हत्या हमारे खानपान हवा और मिट्टी से जुड़ा सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है. किन्तु हमारे योजनाकार, साधू संत, और वैज्ञानिकों को इससे कोई सरोकार नहीं है. हम पिछले 27 सालों से खेतों पर "बिना जुताई की कुदरती खेती" को करते हुए इसकी जागरूकता फैलाने का काम कर रहे हैं. आज राजीव गांधीजी होते तो इस खेती को प्राथमिकता से खेत और किसानो को बचाने के लिए युद्धस्तर पर अमल में लाते. ये गांधी खेती है. भारत में अन्नदाता की मौत दूसरी गुलामी है. इसका हल केवल सत्य और अहिंसा से ही संभव है.

Indien Film Bollywood Aamir Khan und Anusha Rizvi Peepli Live
तस्वीर: AP

राजू टाईटस, ईमेल से

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पाकिस्तान ने चीन को सौंपा गिलगित पढ़ कर अत्यंत दुःख लगा. इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह स्पष्ट हो जाता है कि पाकिस्तान काश्मीर पर जो अधिकार जताता है वह सिरे से गलत है. पाकिस्तान पाक अधिकृत काश्मीर को चीन के हाथों गिरवी रखकर अपने निहित कूटनैतिक उद्देश्य पूरे करना चाहता है. यह पाक अधिकृत काश्मीर की जनता के साथ धोखा है और विश्व स्तर पर इसका पुरजोर विरोध किया जाना चाहिये.

विवेक रंजन श्रीवास्तव, ईमेल से

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डॉयचे वेले हिन्दी सेवा की वेबसाइट पर पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान सलमान बट और दो उभरते खिलाड़ियों मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ़ की मैच फिक्सिंग कांड की स्कॉटलैंड यार्ड जांच कर रही है, पढ़ने को मिला. पाकिस्तानी टीम और विवादों का चोली दामन का साथ है न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड ने एक स्टिंग ऑपरेशन के ज़रिए पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ियों के कथित भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ किया है. मैच फ़िक्सिंग कांड के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ़ रज़ा गिलानी ने कहा कि उनके देश का सिर शर्म से झुक गया है. जो कुछ भी हुआ बहुत शर्मनाक़ है और सज़ा खिलाड़ी को मिलनी चाहिए. पाकिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ी अपने बलबूते पर दुनिया में सबसे ऊपर हैं. उनको अधिकारियों से कोई समर्थन नहीं है. इनको दुनिया के छोटे छोटे खिलाड़ियों की तुलना में भी पैसे बहुत कम मिलते है. इस स्थिति में ये बहुत जल्दी शिकार बन जाते हैं. ये खिलाड़ी थोड़ी अकल का प्रयोग करें तो खेल भी सुधार सकते हैं कोई खिलाड़ी इस तरह की हरकत करता है तो उस पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा देना चाहिए जो कि नए खिलाड़ियों के लिए मिसाल बनेगा. सभी जानते हैं कि पाकिस्तान में क्रिकेट की काफ़ी प्रतिभा है. हां, हाल के दिनों में वरिष्ठ खिलाड़ियों के भी सट्टेबाजी में शामिल होने से एशियाई देशों को शर्मिदगी झेलनी पड़ी है.

रवि शंकर तिवारी, छात्र टीवी पत्रकारिता, जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (नई दिल्ली)

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संकलनः विनोद चढ्डा

संपादनः आभा एम