मुद्दों पर यूपीए को समर्थन: मुलायम
२३ मई २०१०कोलकाता में सपा की राष्ट्रीय परिषद की तीन दिवसीय बैठक में उन्होंने यह कहते हुए केंद्र सरकार की खिंचाई की कि उसने सत्ता संभालते समय सौ दिनों के भीतर तमाम समस्याएं हल करने का वादा किया था. लेकिन उसका यह वादा खोखला ही साबित हुआ है. पार्टी की यह बैठक रविवार को खत्म होगी.
पत्रकारों से बातचीत में मुलायम ने कहा कि बैठक में राष्ट्रीय हित के विभिन्न मुद्दों और मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि रविवार को बैठक खत्म होने के बाद ही वे खुलासा करेंगे कि इसमें किन-किन मुद्दों पर चर्चा हुई. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि चीन धीरे-धीरे भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर रहा है और यूपीए सरकार इस मुद्दे से निपटने के प्रति गंभीर नहीं है. पार्टी की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चीन रोजाना हमारी एक इंच जमीन पर कब्जा कर रहा है. लेकिन केंद्र सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. मुलायम ने चीन की ओर से भारत पर हमले की आशंका भी जताई.
उन्होंने कहा कि नक्सल समस्या पूरे देश के लिए एक गंभीर खतरा बन गई है. लेकिन इस समस्या का हल बातचीत के जरिए ही निकाला जाना चाहिए. मुलायम का कहना था कि हथियारों के बल पर यह समस्या हल नहीं की जा सकती. जो लोग इस राह पर चले गए हैं, सरकार को उनको समझा-बुझाकर राष्ट्र की मुख्यधारा में लौटाने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि नक्सली हिंसा में मरने वाले और मारने वाले दोनों हमारे देश के ही लोग हैं. इसलिए बल प्रयोग ठीक नहीं है. हां, लेकिन कभी-कभी जरूरत पड़ने पर नक्सलियों के खिलाफ ताकत का इस्तेमाल किया जा सकता है.
वामपंथियों के गढ़ बंगाल में सपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक के पहले दो दिनों के दौरान मुलायम ने राज्य में सत्तारुढ़ वाममोर्चा के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की. उन्होंने उम्मीद जताई कि वामपंथी सांप्रदायिक राजनीति करने वालों का साथ नहीं देंगे. मुलायम ने बैठक में सोशलिस्ट पार्टी के नेता किरणमय नंदा को सपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाने का औपचारिक एलान भी किया. नंदा यहां वाममोर्चा सरकार में मत्स्यपालन मंत्री है. शायद वाममोर्चा के खिलाफ मुलायम की चुप्पी की एक वजह यह भी रही.
रिपोर्ट: प्रभाकर, कोलकाता
संपादन: महेश झा