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मुंबई जैसे हमले बर्दाश्त नहीं होंगेः अमेरिका

९ नवम्बर २०१०

अमेरिका ने कहा है कि मुंबई जैसे आतंकवादी हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. इनके लिए जिम्मेदार लोगों को कानून के कठघरे तक लाने के लिए पाकिस्तान को अपनी कोशिशें दोगुनी करनी चाहिए.

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तस्वीर: AP

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता पीजे क्राउली ने कहा, "हम बराबर यह मानते हैं कि ऐसे (मुंबई जैसे) हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. इन्हें माफ नहीं किया जा सकता. हम यह भी कहते हैं कि मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को कानून के कठघरे तक लाने के लिए पाकिस्तान को अपनी कोशिशें दोगुनी करनी चाहिए."

क्राउली ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने भारत दौरे में इस बात को साफ कर दिया है कि स्थिर पाकिस्तान ही भारत के हित में है. अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा, "हम आतंकवाद से निपटने के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के साथ सहयोग कर रहे हैं. लेकिन इसका समाधान तो आखिरकार पाकिस्तान के पास ही है."

नई दिल्ली में मनमोहन सिंह और बराक ओबामा की मुलाकात के बाद जारी साझा बयान के मुताबिक क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए जरूरी है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाहों को खत्म किया जाए. आतंकवाद के सभी स्वरूपों की निंदा करते हुए दोनों पक्षा इस बात पर सहमत हुए हैं कि लश्कर-ए-तैयबा समेत सभी आतंकवादी नेटवर्कों को खत्म किया जाए और पाकिस्तान मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को कानून के कठघरे तक लाए.

NO FLASH Obama in Indien
सफल रहा ओबामा का भारत दौरातस्वीर: AP

उधर भारत में अमेरिका के राजदूत टिमोथी जे रोमर ने कहा है कि पाकिस्तान आतंकवाद के कैंसर से पीड़ित है और यह ऐसी सच्चाई है जिसे अब खुद पाकिस्तान सरकार भी मानने लगी है. उन्होंने अमेरिकी टीवी चैनल एमएसएनबीसी के साथ बातचीत में कहा, "अमेरिकी राष्ट्रपति ने बड़े साफ तौर पर यह बात कही है कि उसके यहां समस्या है जिसे पाकिस्तान भी मानता है. उन्होंने यह भी कहा है कि पाकिस्तान को आतंकवाद का कैंसर है. वे भी इसे मान रहे हैं और इस पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान देने की कोशिश कर रहे हैं."

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः प्रिया एसेलबोर्न

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