मा आश्छि - पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा की धूम
हाल के सालों में थीम-आधारित पूजा का प्रचलन बढ़ा है. पश्चिम बंगाल के कोलकाता के यंग ब्वायज क्लब ने अपने स्वर्ण जयंती वर्ष में बालाकोट एअर स्ट्राइक की थीम पर पूजा पंडाल बनाया है.
दुर्गापूजा की धूम
पश्चिम बंगाल में इन दिनों दुर्गापूजा की धूम है. पहले महज चार दिनों तक चलने वाला यह त्योहार अब बढ़ कर 10 दिनों तक फैल गया है. बंगाल के 28 हजार से ज्यादा पंडालों में पूजा आयोजित की जाती है. इनमें से तीन हजार तो राजधानी कोलकाता और आसपास के इलाकों में ही हैं.
पंडालों की सजावट
दुर्गापूजा के दौरान पूरे साल दुनिया भर में घटने वाली प्रमुख घटनाओं को पंडालों की सजावट और लाइटिंग के जरिए सजीव किया जाता है. बिजली की सजावट के जरिए इन घटनाओं को साकार करने के मामले में हुगली जिले के चंदननगर के कलाकार पूरी दुनिया में मशहूर है.
बालाकोट एअर स्ट्राइक की तर्ज पर पंडाल
इस साल भी कहीं बालाकोट एअर स्ट्राइक की तर्ज पर पंडाल बना है तो कहीं दक्षिण के किसी मशहूर मंदिर को महानगर में उतार दिया गया है. मेदिनीपुर के कलाकार देव शंकर महेश ने इसकी डिजाइन तैयार की है. यह पंडाल 40 फीट ऊंचा है. कोलकाता में इस पंडाल का उद्घाटन जानी-मानी गायिका अलका याज्ञनिक ने किया.
लाखों लोगों की भीड़
इन आयोजनों के लिए महीनों पहले से तैयारियां शुरू हो जाती है. आयोजकों में एक-दूसरे को पछड़ने की होड़ मची रहती है. कोलकाता में कम से कम दो दर्जन पूजा समितियां ऐसी हैं जहां लोग घंटों कतार में खड़े रहते हैं. ऐसे पंडालों में रोजाना लाखों लोग जुटते हैं.
देखते ही बन रहा उत्साह
आम लोगों में भी उत्साह देखते ही बनता है. इस दौरान पूरा बंगाल ही पूजामय हो गया है. स्कूल-कालेज-दफ्तरों में लंबी छुट्टी और हर तरफ सिर्फ पूजा और पूजा की धूम रहती है. हाल के वर्षों में इस आयोजनों की भव्यता बढ़ी है कई पंडालों का बजट तो करोड़ों में होता है.
______________
हमसे जुड़ें: WhatsApp | Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay |