मंथन के अगले अंक में...
२९ जनवरी २०१६मंथन के ताजा अंक में पता लगाएंगे कि हम अपने दिमाग की ताकत के बारे में कितना जानते हैं. कई रिसर्च हो जाने के बाद भी, अब भी हमें बहुत ज्यादा नहीं पता. माना जाता है कि मशीनों के आ जाने से तो हमने सोचना भी बहुत हद तक कम कर दिया है. साथ ही देखिए कि एक आम इंसान अपनी याददाश्त किस तरह से बढ़ा सकता है? ये काम मुश्किल नहीं है. बस इसके लिए मेहनत करने की जरूरत है और कुछ ट्रिक्स पर काम करने की.
दिमाग की ट्रिक्स के अलावा कार्यक्रम में बात होगी कैमरे की ट्रिक्स की. मिलवाएंगे आपको स्वीडन के एक ऐसे आर्टिस्ट से, जिन्होंने भ्रम की कला में मास्टरी की है. अपने कंप्यूटर और कैमरे का इस्तेमाल कर के वो ऐसी तस्वीरें बनाते हैं जो एकदम सच्ची लगती हैं.
इथियोपरिया के जंगलों की रक्षा
अफ्रीकी देश इथियोपिया के बारे में बहुत कम ही बात होती है. आजादी के बाद से भारत के इस देश के साथ संबंध रहे हैं. भारत वहां से दालें और मसाले मंगवाता है, तो दवाएं, मशीनें, कपड़े और प्लास्टिक का सामान भेजता भी है. साथ ही कृषि में भी भारत वहां निवेश करता रहा है. अब वहां के जंगलों को मदद की जरूरत है. कार्यक्रम में देखिए कि वहां रहने वाले जंगल के इकोसिस्टम को कैसे बचा रहे हैं.
जर्मनी का सबसे खुशहाल शहर
कहते हैं कि जर्मनी के सबसे खुशहाल लोग रहते हैं श्टुटगार्ट में. देश के दक्षिण पश्चिम में बसा ये शहर मर्सिडीज और पोर्शे जैसी कारों की नगरी है, तो दूसरी ओर यहां पुराने महल और पार्क भी हैं. यहां दुनिया भर के लोग घूमने आते हैं और कुछ लोग एनीमेशन फिल्में बनाने भी.
देखना ना भूलें 'मंथन', हर शनिवार सुबह 11 बजे डीडी नेशनल पर.