भूतिया शहर एनी
अर्मेनिया में तुर्की के सीमावर्ती इलाके में बसा मध्यकालीन शहर एनी. यह शहर अब वीरान है लेकिन अर्मेनिया की संस्कृति और धार्मिक धरोहरों का प्रतीक है. फिलिप वॉर्विक ने यहां की तस्वीरों को जमा किया.
नो एंट्री
तुर्क प्रांत कार्स में अखूरियन नदी पर बसा अर्मेनियाई शहर एनी किसी समय पूर्व पश्चिम व्यापार का अहम रास्ता था. एनी का किला सातवीं सदी में बना था. यह बोर्ड बता रहा है कि इस इलाके में प्रवेश मना है.
खंडहर
ऊंचाई पर होने के बावजूद शहर की आबादी करीब एक लाख थी. लेकिन पिछले 300 सालों में भूकंप और बर्बरता के चलते यहां पुरानी इमारतों और खंडहरों के अलावा कुछ नहीं बचा.
खोया हुआ साम्राज्य
961 से 1045 के मध्य यह शहर बगरातीद अर्मेनियाई साम्राज्य की राजधानी था. शहर अपनी चमक दमक और रौनक के लिए जाना जाता था. अर्मेनियाई एनी को अपनी राष्ट्रीय धरोहर और पहचान के रूप में देखते हैं.
लायन गेट
लायन गेट संभवत: शहर का मुख्य द्वार था. यह रास्ता शहर के मुख्य चौक से होता हुआ किले तक जाता है. 1996 में पुनर्निर्माण के दौरान टावर, गेट और दीवार के बड़े हिस्से को भारी नुकसान पहुंचा.
मुख्य सड़क
लायन गेट से दुर्ग तक जाने वाली मुख्य सड़क की प्रथम विश्व युद्ध से पहले खुदाई की गई. सड़क के नीचे निकले पानी के भूमिगत पाइप पूरे शहर में फैले थे.
1001 चर्च
एनी को एक समय में 1001 चर्चों का शहर कहा जाता था. सेंट ग्रेगरी के चर्च का निर्माण 10वीं सदी के अंत में हुआ. यहां से पूरी वादी और नदी दिखाई देती है.
हालिया नुकसान
सेंट ग्रेगरी चर्च की दीवारें भित्तचित्रों से भरी हुई हैं. इन्हें पिछले कुछ समय में ग्राफिटी से बहुत नुकसान हुआ है.
निगरानी
शहर के दक्षिणी सिरे पर साल 1001 में निर्मित कैथीड्रल है. यह इलाके की सबसे बड़ी इमारत है. इससे कुछ दूर स्थित रूसी वॉचटावर से अर्मेनिया-तुर्की सीमा की निगरानी होती है.
चर्च का निर्माण
सेंट ग्रेगरी चर्च का निर्माण एक धनी व्यापारी तिगरान होनेंट्स ने करवाया था. इसका निर्माण 1215 में पूरा हुआ.
रंगीन दीवारें
सेंट ग्रेगरी चर्च की दीवारों पर बेहद आकर्षक रंगों से तैयार कलाकृतियों में क्राइस्ट और सेंट ग्रेगरी के जीवन को दर्शाया गया है.