भारत में छप रहा है जर्मन अखबार
जर्मन भाषा विश्व की लोकप्रिय भाषाओं में शामिल है. विदेशी भाषा सीखने वालों के बीच इसका महत्वपूर्ण स्थान है. ऐसे में भारत अछूता कैसे रहे. राजस्थान की राजधानी जयपुर के जर्मन प्रेमी तो वहां से एक अखबार भी निकालते हैं.
अद्भुत पहल
गुलाबी नगरी जयपुर का जर्मन भाषा में छपने वाला अखबार "वारुम निस्ट वियर'' जनवरी 2014 से लगातार प्रकाशित हो रहा है. इस अखबार को भारत भर में 3000 से ज़्यादा लोग पढ़ते हैं.
पढ़ने वाले
अखबार तभी चल सकता है जब पढ़ने वाले हों. अखबार का पहला अंक जनवरी 2014 में जयपुर की एमिटी यूनिवर्सिटी में जर्मन भाषा सीख रहे नौ सौ विद्यार्थियों को समर्पित किया गया.
व्यापक उत्साह
अखबार का प्रकाशन जयपुर का जर्मन स्पीकर्स क्लब करता है. इसमें जर्मन भाषा जानने वाले लेखक, जर्मन नेटिव स्पीकर्स, टूरिस्ट गाइड और अध्यापक के साथ जर्मन भाषा सीख रहे विद्यार्थी जुड़े हुए हैं.
क्वॉलिटी
पेशे से जर्मन अध्यापक और अखबार के संपादक देवकरण सैनी ने पत्रकारिता के साथ साथ जर्मन भाषा में भी स्नातकोत्तर किया है. अखबार की प्रूफ रीडिंग बर्लिन के आंद्रेयास लेम्बके करते हैं.
सीखने में मदद
अखबार जर्मन भाषा सीखने की इच्छा रखने वाले लोगों का मददगार बना है. समूह में अखबार पढ़ने के अलावा "संज्ञा ढूंढो" जैसी गतिविधियां से भाषा को सीखना काफी आसान हो जाता है
जर्मनी की खबर
अखबार जर्मनी में होने वाली गतिविधियों पर भी नजर रखता है. हाल ही में अखबार के प्रकाशकों और पाठकों द्वारा म्यूनिख में हुई गोलीबारी में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए विशेष कार्यक्रम हुआ.
सामाजिक मकसद
अखबार के प्रकाशक हर हफ्ते विभिन्न समसामयिक विषयों पर विचार गोष्ठियां भी आयोजित करते हैं. पिछले दिनों जयपुर में जर्मनी के बाल फिल्मों का महोत्सव भी हुआ था.
ऑनलाइन पर उपलब्ध
अखबार में भारत के समस्याओं को प्रमुखता दी जाती है साथ ही जर्मनी में होने वाले घटनाचक्र पर भी बेबाकी से चर्चा की जाती है. अखबार जर्मनस्पीकर्सक्लब.डॉट कॉम पर ऑनलाइन भी पढ़ा जा सकता है.