भारत में अग्नि-2 का सफल परीक्षण
१८ मई २०१०अग्नि-2 भारत की नई और आधुनिक मिसाइल है. रक्षा सूत्रों ने जानकारी दी कि अलग अलग मानकों पर आंकड़ों का विश्लेषण किया जा रहा है.
अग्नि-2 बैलेस्टिक मिसाइल को सेना में शामिल किया जा चुका है. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के मदद से सेना के सामरिक बल कमान ने सोमवार को परीक्षण किया.
20 मीटर लंबी अग्नि-2 मिसाइल बैलिस्टिक मिसाइल है जो कि पूरी तरह से भारत में ही तैयार की गई है. इसे एडवांस्ड सिस्टम्स लैबोरेटरी के अलावा डीआरडीओ प्रयोगशाला और भारत डायनामिक्स लिमिटेड ने मिल कर बनाया है.
अग्नि-2 मिसाइल 21 मीटर लंबी और एक मीटर चौड़ी है. इसका वज़न 17 टन है. यह एक टन वजन ले जा सकती है.
डीआरडीओ के वैज्ञानिक ने कहा कि अलग अलग हालात में उपयोग जानने के लिए यह एक प्रशिक्षण अभ्यास था.
परीक्षण के दौरान मिसाइल के पूरे मार्ग पर कई अत्याधुनिक रडारों सहित अन्य उच्च तकनीक वाले उपकरणों से नजर रखी गई
भारत की अग्नि-1 700 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है जबकि अग्नि-3 साढ़े तीन हज़ार किलोमीटर की दूरी पर मार करने वाली मिसाइल है. अग्नि-2 दो हज़ार किलोमीटर तक मार करने वाली मिसाइल है.
भारत ने अग्नि-1 का सफल प्रक्षेपण किया है जबकि अग्नि 3 का परीक्षण होना अभी बाकी है.
11 अप्रैल 1999 को पहली बार अग्नि-2 का परीक्षण भारत ने किया था. रक्षा सूत्रों ने जानकारी दी कि हालांकि इस मिसाइल के कुछ परीक्षण सफल रहे लेकिन 19मई 2009 को किया गया परीक्षण और 23 नवंबर 2009 को व्हीलर आइलैंड के किया गया परीक्षण सभी मानकों पर खरा नहीं उतरा था.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा मोंढे
संपादनः प्रिया एसेलबॉर्न