भारत ने मनाया गणतंत्र दिवस
राजधानी नई दिल्ली के भव्य राजपथ पर सैन्य शक्ति और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रदर्शन के साथ भारत ने 67वां गणतंत्र दिवस मनाया. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने झंडा फहरा कर समारोह की शुरुआत की.
मेहमान ओलांद
फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसोआ ओलांद इस साल के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे. पेरिस पर आतंकी हमले के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें निमंत्रण देने का फैसला किया था. पहले भी फ्रांसीसी राष्ट्रपति चार बार गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि रह चुके हैं.
परंपरागत मार्च
गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली में आयोजित परेड में मेहमानों के सामने परंपरागत सैन्य ड्रेस में मार्च करते भारतीय सैनिक. भारत ने इस मौके पर अपनी सैन्य शक्ति और युद्धक सामग्रियों के अलावा सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन किया.
मोटरसाइकिल के करतब
मोटरसाइकिलों पर सवार भारतीय सैनिकों ने फॉर्मेशन बनाकर गणतंत्र दिवस की सलामी दी. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, राष्ट्रपति ओलांद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं ने राजपथ पर हुई परेड और झांकियां देखीं.
सैन्य शक्ति
भारत परंपरागत रूप से गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर होने वाले समारोह के दौरान अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करता है. इस साल गणतंत्र दिवस की परेड में विभिन्न टुकड़ियों के जवानों के अलावा टी-90 टैंकों के दस्ते ने भी हिस्सा लिया.
विदेशी टुकड़ी
पहली बार किसी विदेशी टुकड़ी ने गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा लिया. राजपथ पर भारतीय सैनिकों की परेड में हिस्सा लेते फ्रांसीसी सैनिक. राष्ट्रपति ओलांद के मुख्य अतिथि होने और आतंकवाद के खिलाफ साझा संघर्ष की वजह से यह भागीदारी संभव हुई.
ऊंटों की परेड
भारतीय सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ की ऊंटों वाली टुकड़ी खासकर राजस्थान के रेगिस्तानी इलाकों में सीमा की सुरक्षा करती है. ऊंटों पर सवार जवानों के दस्ते ने राजपथ पर हुई परेड में पूरे साजो सामान के साथ हिस्सा लिया.
श्वान दस्ता
परेड में भारतीय सेना के डॉग स्क्वाड ने 26 साल के विराम के बाद हिस्सा लिया. आर्मी के रिमाउंट वेटेनरी कोर के कुत्तों ने यूनिट के रंगों में धारीदार कोट पहन रखा था. लेब्राडोर और जर्मन शेफर्ड बम खोजने का या भूकंप के समय पीड़ितों की खोज का काम करते हैं.
आग का सामना
आम तौर पर ऐसे करतब सर्कसों में देखे जाते हैं. लेकिन सेना के जवान आग या भूकंप, हर कठिन परिस्थिति के लिए तैयार रहते हैं. एएससी टोरनैडो के जवान ने बेंगलूरू में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान यह करतब दिखाया.
एनसीसी की लड़कियां
भारत की रक्षा तैयारियों में दूसरी पांत में नेशनल कैडेट कोर एनसीसी की अहम भूमिका है. एनसीसी का जत्था परंपरागत रूप से गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेता है. इस साल परेड में हिस्सा लेती एनसीसी की महिला सदस्य.
झांकियां
विभिन्न मंत्रालय और राज्य गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में अपने विभागों या राज्य में हो रहे विकास की झांकियां पेश करती हैं. हिमालय की तलचटी में बसे राज्य उत्तराखंड ने इस साल अपनी संस्कृति का प्रदर्शन किया.