भारत की फिल्मों पर फिदा जर्मनी
जर्मन शहर श्टुटगार्ट में भारत की फिल्मों का महोत्सव चल रहा है. यह कोशिश है जर्मनी को भारतीय सिनेमा के उन पहलुओं से दो चार कराने की जिनके बारे में बहुत कम चर्चा होती है.
भारत का सिनेमा
श्टुटगार्ट के मेट्रोपोल सिनेमा में भारतीय फिल्म महोत्सव चल रहा है. इसमें शामिल होने भारत से रेवती, नवाजुद्दीन सिद्दीकी और सितार वादक निशात खान जैसे नाम जर्मनी आए हैं.
पास बुलाता हाथी
इस हाथी की वजह से पूरे श्टुटगार्ट को पता चल गया है कि यहां बॉलीवुड की फिल्में लगी हैं. आते जाते लोग यहां फोटो खिंचाते हैं और फिल्में भी देख जाते हैं.
नाच गाने पर फिदा
21 साल के सिमोन मिलर को बॉलीवुड से बेहद प्यार है. हिंदी फिल्मों के गाने देख उन्होंने इन पर डांस करना सीखा है और नाचते हुए वो इनमें बिल्कुल खो जाते हैं.
सिनेमा पर संगीत
फिल्म प्रपंच पाश में पहली बार स्क्रीन पर चूमते सितारों को दिखाया गया. यह फिल्म 1929 में जर्मन निर्देशक फ्रांत्स ओस्टेन ने बनाई थी. श्टुटगार्ट में यह फिल्म दिखाई जा रही है और इसका संगीत देंगे सितार वादक निशात खान.
नई पुरानी फिल्में
प्रपंच पाश के अलावा फिल्मिस्तान, रेवती की अदाकारी वाली फिल्म मॉली आंटी रॉक्स और निर्देशक और अदाकार हंसल मेहता की फिल्म शाहिद भी शामिल हैं.
भारत है तो भंगड़ा भी
दर्शकों का मन लुभाने और मनोरंजन करने के लिए भंगडा भी है. नाचने वालों की यह टीम उत्तरी जर्मन शहर कील से है और विदेशों में भंगड़ा के शो करती है.
जर्मन मंत्री भी आए
बाडेन व्युर्टेमबर्ग के यातायात मंत्री विनफ्रीड हेरमान भी भारतीय फिल्म महोत्सव में पहुंचे. उन्होंने बात की टिकाऊ विकास की और भारत में जर्मन कंपनियों की जिम्मेदारी की.
जूरी की पसंद
फिल्मिस्तान को इस साल जर्मन स्टार ऑफ इंडिया का पुरस्कार दिया गया. यह फिल्म एक भारतीय अदाकार की है जिसे अगवा कर लिया जाता है. वह पाकिस्तान के एक व्यापारी से मिलता है जो हिन्दी फिल्मों की पाइरेटड सीडी बेचता है.