भारतीय नौसेना ने डुबोया समुदी डाकुओं का जहाज
३० जनवरी २०११नौसेना के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि समुद्री डाकुओं के जहाज प्रांतालय पर भारतीय नौसेना ने हमला किया और दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई. इससे समुद्री डाकुओं के जहाज में आग लग गई. थाइलैंड में पंजीकृत जहाज प्रांतालय का सोमालियाई डाकू अप्रैल 2010 से अरब सागर में लूट के लिए इस्तेमाल कर रहे थे.
शुक्रवार सुबह से समुद्री डाकुओं के इस जहाज पर भारतीय नौसेना की नजर थी जब तट रक्षक डोर्नियर ने एक मालवाहक जहाज को प्रांतालय की दो डोंगियों से बचाया. शुक्रवार शाम को कैंकारसो ने प्रांतालय को घेरा और उनसे संपर्क करने की कोशिश की लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया. वह भागने की उम्मीद में पश्चिम की तरफ चलते जा रहे थे.
आईएनएस से चेतावनी के लिए गोली भी दागी गई ताकि वह रुक जाए लेकिन फिर दोनों जहाजों के बीच गोलीबारी शुरू हुई. नौसेना के प्रवक्ता ने कहा, यह देखा गया कि प्रांतालय में आग लगी और उसमें से कुछ लोग पानी में कूद गए. इसके बाद कैंकारसो 15 डाकुओं को गिरफ्तार किया और थाईलैंड के जहाज के चालक दल के 20 सदस्यों को भी छुड़वाया. इस जहाज को अप्रैल में अगवा कर लिया गया था.
अदन की खाड़ी में अक्तूबर 2008 के बाद से सतर्कता बढ़ा दी गई है. लक्षद्वीप के आस पास के इलाकों में भारतीय नौसेना और तट रक्षक निगाह रखे हैं. इस कारण समुद्री डाकुओं के लूट पाट और अपहरण की घटनाओं में दिसंबर 2010 से अब तक 75 फीसदी की कमी आई है. अरब सागर का दक्षिण पूर्वी हिस्सा अंतरराष्ट्रीय जल यातायात का मुख्य केंद्र है और अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए इस मार्ग की सुरक्षा अहम है.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः एस गौड़