ब्राजील की बाढ़ में 500 से ज्यादा की मौत
१४ जनवरी २०११ब्राजील के दक्षिणी प्रांत सेरेना के अधिकारियों के मुताबिक अब तक 506 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. कई अब भी कीचड़ और गीले मलबे में दबे हुए हैं. सरकार के मुताबिक ब्राजील में पहली बार इतनी विनाशकारी बाढ़ आई है. इससे पहले 1967 में आई बाढ़ और फिर हुए भूस्खलन की वजह से 437 लोग मारे गए थे.
अचानक आई बाढ़ की वजह से कई सड़कें बह गई हैं. पुल टूट चुके हैं. राहत और बचाव दल दो दिन बाद बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचे हैं. आशंका जताई जा रही है कि बुलडोजर और अन्य भारी मशीनें आने के बाद ही लापता लोगों को पत चल सकेगा. आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की तादाद और बढ़ सकती है.
सबसे ज्यादा नुकसान नोवो फ्रिबुर्गो शहर में हुआ है. रात के वक्त आई इस आपदा ने वहां 225 लोगों की जान ले ली. टेरेसोपोलिस ने 223 लोगों की मौत हुई है. इन दोनों शहरों के अलावा पेट्रोपोलिस और सुमिदौरो गांवों में जान माल का काफी नुकसान हुआ है.
तस्वीरों में दिखाया गया है कि भारी बारिश के बाद पहाड़ से अचनाक मिट्टी, पत्थर और पानी तेजी से नीचे की ओर बहने लगा. रात के वक्त इस तेज रफ्तार कीचड़ के रास्ते में जो कुछ भी आया, वो पूरी तरह तबाह हो गया. इसके बाद नदियां उफान पर आईं और देखते ही देखते तटबंधों को तोड़कर घरों और लोगों को बहाती चलीं गईं. रात होने की वजह से बाढ़ की विनाश लीला के वक्त लोग सो रहे थे.
जो लोग बच गए वो रोते हुए कीचड़ को जैसे तैसे हटाकर अपनों को ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसी कई महिलाएं हैं जो बच्चों की याद में बिलख बिलखकर कीचड़ को पीट रही है. 59 साल की जोआओ डी लीमा कहती है, ''आपको कोई अंदाजा नहीं होगा कि एक साथ इतने बच्चों के शव देखना कैसा लगता है. मेरी चार बेटियों की मौत हो गई है. जो कुछ मेरे पास था वो सब तबाह हो गया है.''
ब्राजील सरकार ने पीड़ितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है. 47 करोड़ डॉलर की आपातकालीन सहायता तुरंत मुहैया कराई गई है. राष्ट्रपति दिल्मा राउजेफ कहती है, ''यह होश उड़ा देने वाला है. वहां का दृश्य डरावना है.'' इस आपदा को ब्राजील की नई राष्ट्रपति के लिए एक चुनौती की तरह भी देखा जा रहा है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: आभा एम