हम जो रंग बिरंगे कपड़े पहनते हैं, इन्हें बनाने में सिंथेटिक डाई का इस्तेमाल होता है और ये पर्यावरण के लिए बेहद बुरे हैं. क्योंकि महज़ एक किलो डाई बनाने के लिए 100 किलो पेट्रोलियम की ज़रूरत होती है. फ्रांस की एक कंपनी अब बैक्टीरिया का इस्तेमाल कर के डाई के रंग तैयार कर रही है. आइए जानते हैं कि ये कैसे हो रहा है.