बेदी तो एक आम से गेंदबाज हैं: मुरली
२८ जुलाई २०१०मुरली का कहना है कि अगर बेदी आज मैदान में खेलने उतरें तो कोई भी बल्लेबाज उनकी तगड़ी धुनाई कर देगा. हालांकि बेदी भी मुरली पर निशाना साधने में पीछे नहीं रहे हैं. वह श्रीलंकाई गेंदबाज को चकर बताते हुए आईसीसी से उन पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते रहे हैं.
मुरली ने पिछले हफ्ते भारत के खिलाफ खेले गए टेस्ट में अपने 800 विकेट पूरे करने के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया. जब उनसे भारत में विश्व स्तर के स्पिनरों की कमी के बारे में पूछा गया तो मुरली ने कहा, "हरभजन सिंह को छोड़ दें तो कोई भी बीएस चंद्रशेखर, श्रीनिवास वेंकेटराघवन और इरापल्ली प्रसन्ना की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता." मुरली ने कहा है कि बेदी सिर्फ एक साधारण से गेंदबाज हैं.
दुनिया के सबसे सफल स्पिनर मुरली ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि बेदी को इस मुकाबले में रखा जा सकता है. जब वह खेलते थे तो मैंने उनकी कुछ गेंदबाजी देखी है. अगर वह आज खेलने उतरें तो हर गेंद पर उनकी धुनाई होगी. इसलिए कोई तुलना ही नहीं है."
मुरली ने कहा, "प्रसन्ना अच्छे गेंदबाज हैं. मैंने उनकी गेंदबाजी देखी है. वेंकटराघवन भी अच्छे हैं. लेकिन बेदी को आप इस श्रेणी में नहीं रख सकते." उन्होंने बेदी की तरफ से हमेशा की जाने वाली अपनी आलोचना का जिक्र तो नहीं लेकिन उन्हें विवादास्पद बयानों से दूर रहने की नसीहत जरूर दी. मुरली ने कहा, "वह विवादास्पद व्यक्ति हैं. दुनिया भर में उन्होंने बहुत से विवाद किए हैं. दूसरे लोगों के बारे में बात करने से पहले उन्हें अपने बारे में सोचना चाहिए."
जब मुरली से "दूसरा" को बैन करने के बारे में बेदी की टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी अपनी गेंदबाजी में कोई विविधता नहीं रही है, इसलिए वह दूसरों पर ऊंगली उठाते हैं. उनके मुताबिक, "उनमें कोई विविधता नहीं रही. उन्होंने सिर्फ बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाजी की, इसमें विविधता तो पिच लेकर आती थी. बस यही उनकी गेंदबाजी है." मुरली कहते हैं कि अनिल कुंबले भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं और यह बात रिकॉर्ड से भी जाहिर हो जाती है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः आभा एम