मंथन 143 में खास
३० जुलाई २०१५हमारे सौर मंडल से बाहर निकल कर जीवन ढूंढना तो मुश्किल है लेकिन हर एक ग्रह पर जा कर उसे समझने की चाह में कई मिशन चल रहे हैं. भारत का मंगलयान भी इन्हीं में से एक है. धरती के एक तरफ मंगल है, तो दूसरी तरफ शुक्र. लेकिन सूरज के सबसे करीब है बुध. यह सौर मंडल का सबसे छोटा ग्रह भी है. 2008 से इसके इर्दगिर्द एक स्पेस ऑर्बिटर चक्कर काट रहा है और वहां से तस्वीरें भेज रहा है. मेसेंजर नाम का नासा का यह अंतरिक्ष यान क्या क्या जानकारी भेज रहा है, जानिए मंथन की खास रिपोर्ट में.
हानिकारक कीड़ों का सफाया
दुनिया भर में करीब दस लाख तरह के कीड़े मकौड़े हैं. उनमें से मधुमक्खियों जैसे कुछ फायदेमंद हैं तो मच्छरों जैसे कुछ हानिकारक और खतरनाक. कीटनाशक इनमें फर्क नहीं कर पाते. इन सभी कीड़ों में एक साझा बात है, चिटिन का बना बाहरी कवच. जर्मनी में बॉन और लाइपजिग के वैज्ञानिकों को अब इस कवच को प्राकृतिक तरीके से नष्ट करने में कामयाबी मिल गई है. भविष्य में नुकसानदेह कीड़ों कैसे मारा जाएगा, बताएंगे आपको मंथन की रिपोर्ट में.
आराम तलब जिंदगी से बोरियत
कठिन परिस्थितियां तैयार कर खुद को परखना, दुनिया भर में ऐसे खेलों का चलन बढ़ता जा रहा है. मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक युवा आराम तलब जिंदगी से बोर होने लगे हैं. टफ मडर, मडिएटर या मड मास्टर, ये कुछेक नाम हैं उन दौड़ों के जिनका आयोजन इस साल जर्मनी में हो रहा है. यह खेल इस समय इतना ट्रेंड कर रहे हैं कि हजारों लोग कीचड़ में कूदकर इनका मजा ले रहे हैं. शरीर की सीमाओं को परखने वाले, अपनी सीमाओं को बढ़ाने वाले ये खेल आखिर इतना लोकप्रिय क्यों हो रहा है, जानिए इस बार मंथन में.
खुद से जूझता कोलंबिया
धरती की आबादी फिलहाल सात अरब है. 1960 में यह केवल तीन अरब थी. आबादी तो लगातार बढ़ रही है लेकिन संसाधन सीमित ही हैं. इन्हें कैसे बचाया जाए यह बड़ी चुनौती है. कोलंबिया में वैज्ञानिक जलवायु परिवर्तन के नुकसान को कम करने की कोशिश कर रहे हैं. कोलंबिया में अद्भुत जैवविविधता वाला वनस्पति तंत्र है. वैज्ञानिकों को निरंतर कोई नया पौधा मिलता रहता है. वनस्पति विज्ञानियों को भरोसा है कि जानकारी बढ़ने के साथ यह समझ भी बढ़ेगी कि इस मूल्यवान बायोटोप की बेहतर सुरक्षा की जानी चाहिए.
बदलाव का असर
और कार्यक्रम के अंत में ले चलेंगे आपको खूबसूरत पेरिस में. फ्रांस की राजधानी पेरिस में शाँ-सेलीजे दुनिया के सबसे मशहूर सड़कों में है. ये बुलेवार मशहूर लूव्रे म्यूजियम को आर्क दे ट्रायंफ के साथ जोड़ता है, जो काफी हद तक दिल्ली के इंडिया गेट जैसा लगता है. एक टूर गाइड के साथ देखिए कि कैसे बदल रहा है शाँ-सेलीजे, मंथन में शनिवार सुबह 11 बजे, डीडी नेशनल पर.