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बांग्लादेश में आग, 100 से ज़्यादा की मौत

४ जून २०१०

बांग्लादेश की राजधानी ढाका में ट्रांसफॉर्मर के फटने से लगी भीषण आग. 100 से ज़्यादा की मौत, 200 के करीब लोग घायल. कई बुरी तरह से जले. अब भी मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका. कई लोग लापता.

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तस्वीर: picture alliance / dpa

पुराने ढाका का ये इलाका इतना तंग है कि आग बुझाने वाले कर्मचारियों को स्थल तक पहुंचने में परेशानी हुई. इसे पिछले 40 साल में ढाका की सबसे भयावह आग बताया जा रहा है. सुबह तक आग पर काबू पा लिया गया.

जली इमारतों को देखने से ऐसा लगता है जैसे इनमें भारी विस्फोट हुआ हो. इमारतें जल कर खाक हो गई है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल के हवाले से लिखा है, "हमें अभी तक 109 जले हुए शव मिले हैं." 50 लोग बुरी तरह से जल गए हैं और उनकी हालत गंभीर बताई जाती है.

बांग्लादेश के मीडिया ने जानकारी दी कि अग्नि शमन कर्मचारी रात भर इस इमारत के मलबे में लोगों को ढूंढते रहे. सुबह उन्होंने काम को थोड़ा विराम दिया. स्थानीय लोगों का कहना है कि और भी लोग पुराने ढाका में कायेतुली मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में दबे हो सकते हैं.

ये आग इलेक्ट्रिकल ट्रान्सफॉर्मर में धमाके के बाद लगी. तुरंत ये आग प्लास्टिक फैक्टरी में फैल गई और फिर तुरंत आस पास की दुकानें, घर इस आग ने अपने लपेटे में ले लिए. इसकी लपटें 300 फुट ऊंची देखी गईं.

कई शवों की पहचान कर परिजनों को सौंप दिए गए. बताया जाता है कि जिस समय आग लगी तब एक इमारत की छत पर शादी की पार्टी चल रही. इसमें दुल्हन बच गई क्योंकि वह पार्लर में थी. फायर ब्रिगेड के अधिकारियों का कहना है कि अधिकतर लोगों की मौत जलने की वजह से नहीं बल्कि धुएं में दम घुट जाने से हुई.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे