बर्लिन फैशन वीक में युवा डिजायनर
यूं तो बड़े फैशन लेबल न्यूयॉर्क, पेरिस और लंदन के फैशन शो को प्राथमिकता देते हैं, लेकिन बर्लिन के डिजायनरों ने पिछले सालों में अपने लिए खास जगह बनाई है. उन्हें और नजरअंदाज करना मुश्किल होता जा रहा है.
लाला बर्लिन
मूल रूप से तेहरान की रहने वाली लैला पीदायेश अब बर्लिन में रहती है. एमटीवी बर्लिन के शो डिजायनरामा के माध्यम से वे फैशन की दुनिया में पहुंची. अब वे दुनिया भर के सैलानियों में लोकप्रिय होते बर्लिन के अरबन फ्लेयर का प्रतिनिधित्व करती हैं.
लेना होशेक
तेरह साल की उम्र में लेना होशेक (मध्य में) ने अपनी दादी के साथ अपना पहला डिर्न्डेल सिया था. और उस घड़ी ने ऑस्ट्रिया की डिजायनर के मन में परंपरागत नारी वाले पहनावे के लिए आग पैदा कर दी. 34 वर्षीय डिजायनर ने केटी पेरी जैसे सेलेब्रिटी की ड्रेस डिजायन की है
गीडो मारिया क्रेचमर
फैशन वीक में दिलचस्पी नहीं रखने वाले जर्मन भी गीडो मारिया क्रेचमर को उनके शॉपिंग क्वीन टीवी शो की वजह से जानते हैं. जर्मनी के सबसे कामयाब डिजायनरों में एक क्रेचमर ने करियर की शुरुआत एयरलाइंस के कर्मचारियों का ड्रेस डिजायन करने के साथ की थी.
आन्या गोकेल
जर्मन शहर माइंस में स्थित ब्रांड का मंत्र है मेड इन जर्मनी. ऐसे समय में जब प्रोडक्शन की प्रक्रिया आउटसोर्स होती जा रही है, यह कंपनी इस साल 20वीं सालगिरह मना रही है. दुबले पतले मॉडलों के युग में आन्या गोकेल एक्सएस से एक्सएक्सएल साइज की ड्रेस बनाती है.
हीन ले
बर्लिन फैशन वीक ने 2011 में हीन ले को सर्वोत्तम न्यूकमर का खिताब दिया था. अब वे कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ रहे हैं. वे अपने न चुभने वाले कट्स, स्लीक डिजायन और पक्के रंग के लिए जाने जाते हैं. उनका कलेक्शन भी पूरी तरह जर्मनी में बनाया जाता है.
ऑगुस्टीन टेबूल
ब्रांड ऑगुस्टीन टेबूल के लिए स्याह रंग नया सफेद रंग है. अनेली ऑगुस्टीन और ओडेली टेबूल द्वारा 2011 में स्थापित ब्रांड फैशनेबल ड्रेस के साथ रेडी टू वीयर ड्रेस भी तैयार करता है. पेरिस की कंपनी का कहना है कि उसका स्टाइल काव्य और गुरुता का संगम है.
रेबेका रुइत्स
ऑस्ट्रिया की रेबेका ने म्यूनिख में पढ़ाई की है और 2009 में अपना ब्रांड बनाने से पहले भारत और ब्रिटेन में काम किया है. भारत से प्रभावित रेबेका अपने डिजायन में चक्र का इस्तेमाल करती हैं. इस साल बर्लिन में वह "फील गुड अंदाज वाले आध्यात्मिक ड्रेस" दिखा रही हैं.
मार्सेल ओस्टरटाग
बर्लिन में स्टूडियो और म्यूनिख में प्रोडक्शन ऑफिस वाले मार्सेल ओस्टरटाग (तस्वीर में) ने लंदन में पढ़ाई की है. इसके बावजूद उनके डिजायनों में म्यूनिख की साफ झलक दिखती है. उनके उत्पाद भी बर्लिन में मौजूद कई दूसरे डिजायनरों की ही तरह जर्मनी में तैयार होते हैं.