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बच्चे खोने वालों ने प्रदर्शन किया तो हुआ मामला दर्ज

२५ जून २०१९

बिहार में एईएस से प्रभावित गांवों के लोगों ने गांव में पानी के लिए प्रदर्शन किया तो उनके ही खिलाफ हुए मामले दर्ज. इनमें बीमारी से अपने बच्चे गंवाने वाले भी थे शामिल.

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Indien RJD Demonstration in Patna
बिहार में विपक्षी दल आरजेडी ने एईएस को लेकर राज्य भर में विरोध प्रदर्शन किए. तस्वीर: IANS

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले सहित करीब 20 जिलों में चमकी बुखार या एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) बीमारी से बच्चों के मरने का सिलसिला जारी है. इस बीच वैशाली जिले के एईएस प्रभावित हरिवंशपुर गांव के लोगों ने एईएस के कारण बच्चों की मौत और पेयजल की मांग को लेकर सड़क पर प्रदर्शन किया. लेकिन पुलिस ने गांव के लोगों के खिलाफ भगवानपुर थाने में मामला दर्ज कर लिया. पुलिस के मुताबिक, हरिवंशपुर के ग्रामीणों ने एईएस के कारण बच्चों की मौत के विरोध में और गांव में पेयजल की सुविधा की मांग के लेकर 18 जून को असतपुर सतपुरा चौक के समीप सड़क जाम कर प्रदर्शन किया था.

पुलिस ने कई बार लोगों से सड़क से हटने की अपील की थी, लेकिन तीन घंटे सड़क जाम रहने के कारण आवागमन बाधित रहा. पुलिस का आरोप है कि इस दौरान गांव के लोगों ने पुलिस से अभद्र व्यवहार किया. हाजीपुर के पुलिस उपाधीक्षक महेंद्र बसंत्री ने मंगलवार को बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस मामले में भगवानपुर थाने में दर्ज प्राथमिकी में 15 लोगों को नामजद तथा 15 से 20 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है.

Indien Abwassserkanal & Brücke in Danapur
बिहार के दीनापुर में सीवेज कनाल के ऊपर बने अस्थाई पुल से गुजरते लोग.तस्वीर: Getty Images/AFP/X. Galiana

इधर, ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव के सात बच्चों की मौत एईएस से हो गई. ग्रामीण सुरेश सहनी ने कहा कि तीन ऐसे लोगों को भी आरोपी बनाया गया है, जिन्होंने अपने बच्चे खोए हैं.

एक ग्रामीण ने कहा, "हमारे बच्चे मर रहे हैं. पानी नहीं है. हमने इसके खिलाफ रोड घेरो अभियान चलाया तो प्रशासन ने हम पर केस दर्ज कर दिया. केस दर्ज होने के बाद कई लोग गांव छोड़कर भाग गए हैं."

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बिहार में पिछले 15 दिनों में एईएस से 150 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई है.

--आईएएनएस

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