फ्रांस पेंशन प्रस्ताव मंजूर, आज 24 घंटे की हड़ताल
२८ अक्टूबर २०१०बुधवार को संसद ने रिटायरमेंट की उम्र 60 से 62 करने वाले प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. अब सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने वाले लोगों की संख्या भी धीरे धीरे कम हो रही है, हड़ताल के लिए समर्थन भी कम हो रहा है.
सार्वजनिक यातायात सामान्य हो चला है और कई दिनों से ठप पड़े डिपो से ईंधन रिफाइनरी में भेजा जा रहा है और दो सप्ताह से जारी उग्र विरोध प्रदर्शनों के बाद रास्तों पर फैला कचरा उठाने के लिए कर्मचारी भी पहुंच गए हैं. हालांकि मार्से शहर के तेल डिपो की हड़ताल सरकार का ध्यान खींच सकती है.
संसद की मंजूरी के बाद पेंशन की उम्र 60 से 62 करने वाला प्रस्ताव राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के साथ ही कानून बन जाएगा. इस कानून पर कर्मचारी संघों ने काफी उग्र प्रतिक्रिया दी और देश की व्यवस्था को ठप कर दिया. गुरुवार को कर्मचारी संघ सीजीटी ने 24 घंटे की हड़ताल बुलाई है. सीजीटी यूनियन के प्रमुख बर्नार्ड थिबोल्ट ने कहा कि संसद के निचले सदन द्वारा प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद विरोध प्रदर्शन एक नए चक्र में जा रहा है. बुधवार को संसद ने 336 मतों से इसे पारित कर दिया. सीजीटी प्रमुख ने कहा हम हजारों लोगों से कहेंगे कि वह राष्ट्रपति से अपील करें कि इस कानून को लागू नहीं किया जाए.
कर्मचारी संघों ने एयरलाइन्स और रेल कर्मचारियों को भी गुरुवार को हड़ताल करने को कहा है. इससे लगता है कि रेल और हवाई यातायात पर असर हो सकता है. फ्रांस के श्रम मंत्री एरिक वोएर्थ ने कहा, हम देख सकते हैं कि ये सप्ताह बदलाव का है.
राष्ट्रपति सारकोजी की दलील है कि सेवानिवृत्ति की न्यूनतम आयु दो साल से बढ़ा कर 62 और अधिकतम आयु 67 करना फ्रांस की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत जरूरी है.
इस सुधार पर संवैधानिक परिषद की मुहर अभी लगना बाकी है जहां समाजवादी धड़े से आखिरी क्षण पर विरोध से थोड़ी देर हो सकती है लेकिन ये संभावना नहीं है कि ये प्रस्ताव वहां नामंजूर हो जाए.
डिपो की नाकेबंदी खत्म करने के बाद ईंधन की आपूर्ति सामान्य होने की तरफ है और निर्यात भी बढ़ा है. गुरुवार और 6 नवंबर को कर्मचारी संघों ने हड़ताल बुलाई है लेकिन पिछले दिनों की तुलना में इस सप्ताह हड़ताल की उग्रता कम हुई और विरोध प्रदर्शनों में उतरे लोगों की भी संख्या कम हुई है.
अगर पोर्ट की हड़ताल और विरोध प्रदर्शन खत्म हो जाते हैं तो उम्मीद की जा रही है कि राष्ट्रपति निकोला सारकोजी कर्मचारी संघों से बातचीत की करेंगे और उनके हालात पर चर्च करेंगे.
दुनिया भर में बूढ़े लोगों की बढ़ती संख्या के कारण सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाना सरकारों की मजबूरी हो गई है खासकर यूरोपीय देशों में. फ्रांस के राष्ट्रीय सांख्यिकी संस्थान की बुधवार को प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि 2060 तक हर तीसरा फ्रांसिसी 60 साल से ऊपर होगा. फिलहाल फ्रांस में हर पांचवा व्यक्ति 60 साल से ज्यादा का है. जबकि सौ साल से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या भी अगले 50 साल में दो लाख हो जाएगी जबकि अभी सिर्फ 15 हजार है.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः ओ सिंह