फॉर्मूला वन: वेबर ने जीती मोनाको ग्रां प्री
१६ मई २०१०मोनाको के टेढ़े मेढ़े रास्तों और तंग गलियों में फैले फॉर्मूला वन ट्रैक पर फर्राटा रेस लगाना कोई आसान काम नहीं और शायद यही वजह रही कि 24 में से सिर्फ 12 ड्राइवर ही रेस पूरी कर पाए. कई गाड़ियां ट्रैक से फिसल गई तो ट्रूली की कार ने भारतीय ड्राइवर करुण चंडोक की कार को लगभग कुचल दिया. चंडोक भाग्यशाली रहे कि उन्हें चोट नहीं आई पर रेस पूरी नहीं कर पाए.
एक मुश्किल रेस को जीतने के बाद वेबर ने इसे अपने करियर की सबसे शानदार जीत बताया. उन्होंने कहा, ''वाकई में ये जबरदस्त था. कोई शक नहीं कि यह मेरी जिंदगी का सबसे महान दिन है.''
वेबर के पीछे पीछे सिर्फ़ 0.4 सेकेंड बाद फेटल ने भी चेक प्वाइंट पार कर दिया और इस सीज़न में वह साथी वेबर के साथ पहले नंबर पर टिके हुए हैं. इन दोनों के 78-78 अंक हैं, तीसरे नंबर पर फेरारी ड्राइवर ओलोंज़ो हैं जिनके पास 73 अंक हैं.
मोनाको में 78 लैप की रेस शुरू होने के साथ ही कारों के टायर पंचर होने लगे. उनमें आपस में टक्कर होने लगी और शूरमा ड्राइवर पिछड़ने लगे. पिछले सीज़न के विजेता जेंसन बटन, रूबेन्स बेरिकेलो और यार्नो ट्रूली जैसे महारथी बस कुछ ही चक्कर लगा कर दर्शक दीर्घा में बैठ गए. हालांकि रेनो चला रहे पोलैंड के रोबर्ट क्यूबिका तीसरे नंबर पर रहे. फेरारी ड्राइवर फेलिपे मासा चौथे, लुइस हैमिल्टन पांचवें और 41 साल के माइकल शूमाखर छठे नंबर पर रहे. फोर्स इंडिया एड्रियान सुटिल नौवें स्थान पर रहे.
यह रेस कितनी दवाब भरी थी इसका अंदाज़ा इस बात से लग सकता है कि दो साल पहले के विश्वचैंपियन हैमिल्टन एक बार को आपा खो बैठे और जब टीम ने उन्हें बार बार ब्रेक को बचाए रखने की हिदायत दी तो उन्होंने लगभग गुस्साते हुए टीम रेडियो पर कहा, ''अभी तो हम आधी रेस में ही हैं. यह पागलपन भरी सलाह है. आप चाहते हैं कि मैं रेस में टिका रहूं या अपनी कार पर ध्यान दूं.''
रिपोर्ट: एजेंसियां/ ओ सिंह
संपादन: ए जमाल